UP Murder News: बदायूं में दो दिन पहले संपत्ति विवाद में पति-पत्नी की धारदार हथियार से हत्या करने की वारदात सामने आई थी. इस घटना में हत्यारा भाई ने ही घटना को अंजाम दिया था. पुलिस ने इस घटना में कुल्हाड़ी और लोहे का हत्था भी बरामद कर लिया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. बता दें कि सोमबीर 40 वर्ष और खुशबू 30 वर्ष की हत्या का आरोप उन्हीं के चाचा और भतीजे पर लगा था. मृतक के भाई ने FIR कर अपने चाचा और चचेरे भाई पर आरोप लगाया था. घटना के बाद पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था और जांच शुरू कर दी थी. जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आये. सोमबीर और उसकी पत्नी की हत्या उसी के सगे भाई उदयवीर द्वारा की गई थी. पूरा मामला दातागंज कोतवाली क्षेत्र के लहडोरा गांव का था.
कुल्हाड़ी और नल के हत्थे से मारकर की हत्या
दातागंज कोतवाली क्षेत्र के लहडौरा गांव में सुबह तड़के 15.12.22 को सोमवीर और उसकी पत्नी खुशबू दोनों घर के बरमदे में सो रहे थे, उनकी हत्या कर दी गई. दोनों की हत्या मृतक के भाई उदयवीर ने कुल्हाड़ी और नल के हत्थे से मारकर कर दी थी. इस मामले में पुलिस ने आज खुलासा करते हुए कुल्हाड़ी और नल का हत्था बरामद कर लिया. वहीं उदयवीर की शर्ट भी खून से सनी हुई बरामद की गई. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इस मामले में मृतक के भाई ने ही अपने चाचा और भतीजे को नामजद किया था. पुलिस की जांच में पूरा मामला बिल्कुल ही अलग पाया गया और हत्या का खुलासा कर दिया गया. उदयवीर नाटक करने के लिए अंदर कमरे में बंद हो गया था.
जानें क्यों किया मर्डर
इस घटना में एसएससी ने खुलासा करते हुए बताया कि फारेन्सिक टीम द्वारा घटना स्थल का गहराई से जांच किया गया. मौके पर मिले साक्ष्यों से घटना के चस्मदीद गवाह उदयवीर द्वारा बताया गया पूरा घटना क्रम झूठा पाया गया. इस संबंध में और अधिक गहराई से विवेचना करने पर यह तथ्य सामने आया कि कन्हई सिंह के कुल पांच पुत्र थे. उनमें से तीन पुत्र विवाहित, एक अविवाहित और मृतक सोमवीर की शादी डेढ साल पहले ही हुई थी. उदयवीर को यह लगता था कि सोमवीर अविवाहित रहेगा और उसका और ओमवीर का हिस्सा भी उनके बाद उदयवीर के नाम आ जायेगा. सोमवीर के शादी कर लेने और उसकी पत्नी के गर्भवती हो जाने के बाद से उदयवीर काफी खफा रहने लगा. मृतक सोमवीर के पिता के नाम करीब 40 बीघा जमीन और एक प्लॉट कस्बा फरीदपुर बरेली मे भी था.
कन्हई सिंह ने अपने बड़े पुत्र बुधपाल को करीब 7 बीघा और दूसरे पुत्र धर्मवीर को 4 बीघा जमीन दे दी थी और उदयवीर को मात्र फरीदपुर मे एक प्लॉट ही दिया था. जबकि मृतक सोमवीर के नाम 6.5 बीघा जमीन का अलग से बैनामा भी करा लिया था, जिससे उदयवीर काफी रुष्ठ था. कन्हई सिंह की बाकि जमीनों की देखरेख का जिम्मा भी सोमवीर के पास ही था. अभियुक्त उदयवीर ने अपने भाई सोमवीर और अपने पिता कन्हई से अपनी खेती का हिस्सा मांगा तो सोमवीर ने हिस्सा देने से साफ मना कर दिया और उदयवीर को काफी खरी-खोटी सुनायी. इसके अलावा सोमवीर ने अपनी पत्नी खुशबू के कहने पर अपनी जमीन का कुछ हिस्सा बेचकर टैक्टर का लोन चुका दिया.
चाचा और चाचा के लड़के को फंसाया
जमीन बिकने के कारण उदयवीर गुस्से के मारे तिलमिला गया और उसने सोमवीर और खुशबू को ठिकाने लगाने की योजना बनायी. इस योजना के तहत आसपास घर में रखे नल के हत्थे और कुल्हाड़ी की सहायता से सोमवीर और उसकी पत्नी के सिर पर ताबड़तोड़ प्रहार कर उनकी निर्मम हत्या कर दी. आरोपी ने खुद को बचाने के उद्देश्य से बरामदे में बने कमरे के गेट में बाहर से ताला लगाकर खिड़की के रास्ते कमरे मे घुसकर बैठ गया. इसके बाद आरोपी ने वहीं से 112 नंबर पर फोन कर पहले अमरसिंह और सत्येन्द्र पुत्र अमरसिंह जो कि इसके सगे चाचा और चचेरे भाई थे और दो तीन अज्ञात लोगों द्वारा घर मे घुसकर मारपीट करने और बाद में सोमवीर और खुशबू की हत्या करने की सूचना दी. पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए मृतक के भाई को गिरफ्तार कर लिया है.