नोएडा: कोरोना काल में छात्रों के लिये काफी चुनौतियां रहीं. एबीपी गंगा के e-संवाद कार्यक्रम में बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी के वीसी डॉक्टर जेवी वैशम्पायन से जब ये पूछा गया कि, 12वीं के छात्रों को प्रोन्नति तो मिल जाएगी लेकिन वे विश्वविद्यालय में एडमिशन कैसे ले पाएंगे? उन्होंने बताया कि हमारे कुछ कोर्सेस ऐसे हैं, जिनमें टेस्ट के माध्यम से ही प्रवेश मिलता है. इसके जरिये उनकी मेरिट तैयार होती है.


प्रोफेसर वैशम्पायन ने बताया कि, पिछले सेशन में हमारी पांच से छह महीने पढ़ाई हो गई थी लेकिन अप्रैल-मई में जब परीक्षा का वक्त आया तब ये महामारी आ गई. साथ ही उन्होंने कहा कि, मौजूदा वक्त में अब संक्रमण के केस कम हो रहे हैं और हमें उम्मीद है कि, जुलाई के अंत या फिर अगस्त के पहले सप्ताह में प्रवेश परीक्षा हो सकती है.


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर का बयान


वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफेसर निर्मला मौर्य ने बताया कि, कोरोना काल के दौरान हमारी ऑनलाइन क्लासेस चलती रही. साथ ही उन्होंने कहा कि, कोरोना से पहले भी हमने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुये कोर्स को पूरा कराया. प्रोफेसर मौर्य ने कहा कि हमने ऑफलाइन, ऑनलाइन दोनों ही माध्यम से कोर्स को पूरा कराया. उनसे जब पूछा गया कि क्या आपकी यूनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षाओं के लिये तैयार है, तो उन्होंने कहा कि हम पूरी तरह से तैयार हैं. 


प्रोफेसर निर्मला मोर्य ने कहा कि, छात्रों का प्रवेश मेरिट के आधार पर ही होगा. उन्होंने कहा कि छात्रों को निराश होने की जरुरत नहीं है. हम कोविड नियमों का पालन करते हुये ही सारी प्रक्रिया को पूरा करेंगे.  


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