Budget 2019: महिलाओं के लिए 'नारी तू नारायणी' का नारा, मजबूती देने के लिए सरकार उठा रही है कदम
निर्मला सीतारमण ने महिलाओं के लिए योजनाओं पर भी जोर दिया। स्वयं सहायता समूह में शामिल महिलाओं को मुद्रा योजना के तहत एक लाख रुपये तक के लोन की अनुमति दी है।
नई दिल्ली, एबीपी गंगा। बतौर केंद्रीय वित्त मंत्री अपना पहला बजट पेश करते हुए निर्मला सीतारमण ने महिलाओं पर विशेष जोर दिया है। उन्होंने 'नारी तू नारायणी' को सरकार का नया नारा बताते हुए महिलाओं को आर्थिक तौर पर मजबूती देने के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। इसके अलावा उन्होंने महिलाओं के लिए योजनाओं पर भी जोर दिया। स्वयं सहायता समूह में शामिल महिलाओं को मुद्रा योजना के तहत एक लाख रुपये तक के लोन की अनुमति दी है। हालांकि अतिरिक्त टैक्स में कामकाजी महिलाओं को कोई राहत नहीं दी गई है।
बजट में महिलाओं के लिए क्या
-वित्तमंत्री ने महिलाओं के लिए 'नारी तू नारायणी' का नारा देकर घोषणाओं को एलान किया। विवेकानंद के उद्धरण का भी जिक्र किया और कहा कि एक पंख के बिना कोई चिड़िया उड़ नहीं सकती।
-निर्मला सीतारमण ने कहा, 'ग्रामीण अर्थवस्था में महिला की भागीदारी एक सुनहरी कहानी है। इस सरकार ने महिलाओं की भूमिका को बढ़ाया है। महिला केंद्रित पॉलिसी के तहत महिला लीडरशिप को आगे लाने की कोशिश की जा रही है।'
-मुद्रा योजना से स्वयं सहायता समूह में शामिल प्रत्येक महिला को एक लाख रुपये तक के लोन की घोषणा। महिलाओं को जनधन खाते में 5 हजार तक के ओवरड्राफ्ट की अनुमति।
-स्टैंडअप इंडिया स्कीम के तहत महिलाओं, अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों को मिलेगा लाभ।
-निर्मला सीतारमण ने कहा, 'इस चुनाव में महिलाओं ने रिकॉर्ड मतदान किया। 78 महिला सांसद चुनी गई हैं, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है।'
-उन्होंने कहा, 'इस सरकार का मानना है कि हम अधिक से अधिक महिलाओं की भागीदारी के साथ प्रगति कर सकते हैं। यह सरकार महिला एंटरप्रेन्योरशिप को प्रमोट कर रही है। मुद्रा, स्टार्टअप और स्टैंडअप स्कीम के तहत प्राथमिकता दी जा रही है।'
-केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा कि, 'ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी एक सुनहरी कहानी है। ऐसा कोई सेक्टर नहीं है, जहां महिलाओं का अद्भुत योगदान न रहा हो।'
-निर्मला सीतारमण ने कहा, 'देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाना है। उज्ज्वला योजना की वजह से देश की महिलाओं को धुएं से छुटकारा मिला है, हमने महिलाओं के सम्मान के लिए शौचालय बनवाएं हैं।'