Budget 2019: एक्साइज ड्यूटी और सेस में बढ़ोतरी, पेट्रोल की कीमत 2.5 रुपए और डीजल की 2.3 रु. बढ़ी
सीतारमण ने कहा कि 'कच्चे तेल के दाम पिछले कुछ समय में कम हुए हैं। इससे हमें पेट्रोल-डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी और सेस की समीक्षा करने का मौका मिला।'
नई दिल्ली, एबीपी गंगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया। इसमें पेट्रोल और डीजल की कीमतें दो रुपए बढ़ाने का एलान किया गया। इसके अलावा सोने पर भी कस्टम ड्यूटी 10% से बढ़ाकर 12.5% कर दी गई। सीतारमण ने कहा कि 'कच्चे तेल के दाम पिछले कुछ समय में कम हुए हैं। इससे हमें पेट्रोल-डीजल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी और सेस की समीक्षा करने का मौका मिला।'
अभी पेट्रोल पर 17.98 रुपए और डीजल पर 13.83 रुपए प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी है। अब इसे एक रुपए बढ़ाया गया है। इसी तरह रोड और कंस्ट्रक्शन सेस भी एक रुपए प्रति लीटर बढ़ाया गया है। इसके अलावा बेस प्राइज पर सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी लगाने के बाद लोकल सेल्स टैक्स और वैल्यू ऐडेड टैक्स में भी बढ़ोतरी हुई है। जिससे पेट्रोल 2.5 रुपए प्रति लीटर और डीजल 2.30 रुपए प्रति लीटर तक बढ़ गया।
दिल्ली में पेट्रोल 70.51 रुपए प्रति लीटर है, जो बढ़कर 73.01 रुपए प्रति लीटर हो जाएगा। वहीं, डीजल 64.33 रुपए प्रति लीटर है, जो बढ़कर 66.63 रुपए प्रति लीटर हो जाएगा। पेट्रोल-डीजल महंगा होने से जरूरत की सारी चीजों महंगी हो सकती हैं क्योंकि ट्रैवल एक्सपेंस बढ़ जाएगा। सामान को जब एक जगह से दूसरे जगह लाया या पहुंचाया जाएगा तो आने-जाने का खर्च ज्यादा होगा, इस खर्च की भरपाई कीमतें बढ़ाकर की जाएंगी।
गौरतलब है कि 1 जनवरी से लेकर अब तक पेट्रोल के दामों में जहां 1.67 रुपए, वहीं डीजल के दामों में करीब 1.86 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से बढ़ोतरी हुई है। जबकि इस दौरान कच्चे तेल के दाम 53.8 डॉलर प्रति बैरल के अपने न्यूनतम स्तर 9 डॉलर प्रति बैरल पहुंच चुके हैं। अप्रैल में कच्चे तेल की कीमत 75 डॉलर तक चली गई थीं।
बता दें कि अब तंबाकू उत्पाद भी अब महंगे हो जाएंगे। विदेश से किताबें मंगाना महंगा हो गया है। घर खरीदना सस्ता हो गया है। होम लोन के रूप में जितना सालान ब्याज चुकाते हैं, उसपर 3.5 लाख तक छूट मिलेगी। इलेक्ट्रिक कार सस्ती हो गई हैं।