नई दिल्ली, एबीपी गंगा। पांच जुलाई को मोदी सरकार-2 का पहला बजट पेश होने जा रहा है। पहली बार वित्त मंत्री बनी निर्मला सीतारमण आम बजट पेश करेंगी। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार आम बजट में गरीबों को राहत मिल सकती है। तो वहीं, अमीरों की जेब पर सरकार बोझ डाल सकती है। कहा जा रहा है कि इस बार व्यक्तिगत आयकर दाताओं के लिए कर छूट की सीमा मौजूदा 2.5 लाख रुपये से ऊपर बढ़ सकती है। अंतरिम बजट में पांच लाख रुपये तक की आय को कर मुक्त करने की घोषणा की गई थी। जिस कारण अब वेतनभोगियों को खुश रखने के लिए सरकार पर दबाव होगा। साथ ही 10 करोड़ रुपये से अधिक सालाना आय वालों पर सरकार 40 फीसदी का कर लगा सकती है।


बजट से पहले हुए सर्वे में केपीएमजी (इंडिया) ने भी कहा है कि व्यक्तिगत करदाताओं के लिए आयकर छूट की मौजूदा ढाई लाख रुपये की सीमा को आम बजट में बढ़ाया जा सकता है। सर्वे में ये भी कहा गया है कि 10 करोड़ रुपये सालाना से अधिक आय वालों पर टैक्स की दर 40 फीसद तक हो सकती है।


इस सर्वे में 226 लोगों की राय मांगी गई थी। जिसमें से 74 फीसदी लोगों का मानना था कि सरकार आयकर छूट की सीमा बढ़ा सकती है। जबकि 58 फीसदी लोगों का मानना था कि 10 करोड़ से अधिक आय वाले करदाताओं पर आयकर 40 फीसदी बढ़ाया जा सकता है।