पुराने ऐलानों के भरोसे रह गया यूपी! वित्त मंत्री के बजट भाषण में राज्य के लिए नया कुछ भी नहीं?
Budget 2024 पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने उत्तर प्रदेश के लिए कोई ऐलान नहीं किए. हालांकि लोकसभा चुनाव के पहले पेश किए गए अंतरिम बजट में यूपी को विशेष महत्व मिला था.
Budget 2024 पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण ने उत्तर प्रदेश के लिए कोई ऐलान नहीं किए. हालांकि लोकसभा चुनाव के पहले पेश किए गए अंतरिम बजट में यूपी को विशेष महत्व मिला था. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को जो बजट पेश किया, उस भाषण में उत्तर प्रदेश कहीं कोई जिक्र नहीं था.
बजट के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी यह मुद्दा उठाया.उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने केंद्रीय बजट पर कहा, "अगर हम उत्तर प्रदेश को देखें तो निवेश की स्थिति क्या है? इनके जो प्रोजेक्ट चल रहे हैं वह कभी समय पर पूरे नहीं हुए. अच्छी बात है कि बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष योजनाओं से जोड़ा गया है लेकिन उत्तर प्रदेश जैसा राज्य जो प्रधानमंत्री देता है क्या वहां के किसानों के लिए बजट में कुछ है?."
उधर, लोकसभा चुनाव से पहले 2024-25 का अंतरिम बजट में यूपी से मिलने वाले टैक्स और अन्य शुल्कों के लिहाज से 2,18,81,6.84 करोड़ की हिस्सेदारी तय की गई थी. इसके अलावा केंद्र की सहायता से चलने वाली योजनाओं के लिए 90 हजार करोड़ की भी व्यवस्था की गई थी. इनमें केंद्रीय योजनाओं के लिए 7,000 करोड़, विकसित भारत के लिए 14000 करोड़ और राज्य को दी जाने वाली विशेष सहायता राशि के तौर पर 17939 करोड़ रुपये का प्रबंध किया गया था.
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कैंसर की दवाइयां सस्ती होंगी
मौजूदा बजट की बात करें तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि सरकार जीएसटी (माल एवं सेवा कर) को अधिक सरल और युक्तिसंगत बनाने का प्रयास करेगी. यह एक ऐसा कदम है जो कारोबारी सुगमता को बढ़ावा देने में मदद करेगा. सरकार ने सीमा शुल्क दरों को युक्तिसंगत बनाने का भी प्रस्ताव रखा.
मंत्री ने कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली तीन और दवाओं पर सीमा शुल्क छूट की घोषणा की. उन्होंने कहा कि जीएसटी ने आम आदमी पर कर का बोझ कम किया है और उद्योग के लिए लॉजिस्टिक लागत कम की है.