नई दिल्ली, एबीपी गंगा। देशभर में नागरिकता संशोधन बिल (CAA) को लेकर मचे बवाल के बीच संसद के बजट सत्र की शुरुआत हो गई है। राष्ट्रपति राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ सत्र शुरू हुआ। शुक्रवार को राष्ट्रपति ने संसद से संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने सीएए और धारा 370 जैसे मुद्दों पर भी बात की, जिसका विरोध होता आया है। राष्ट्रपति ने नागरिकता कानून (सीएए) को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि विरोध प्रदर्शनों के दौरान हिंसा लोकतंत्र को कमजोर करती है।


राष्ट्रपति के संबोधन की बड़ी बातें


नागरिकता संशोधन बिल
अपने संबोधन में नागरिकता संशोधन बिल (CAA)को ऐतिहासिक बताते हुए राष्ट्रपति ने कहा- 'मुझे प्रसन्नता है कि संसद के दोनों सदनों द्वारा नागरिकता संशोधन कानून बनाकर, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की इच्छा को पूरा किया गया है।' उन्होंने कहा कि विभाजन के बाद बने माहौल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि पाकिस्तान के हिंदू और सिख, जो वहां नहीं रहना चाहते, वे भारत आ सकते हैं। उन्हें सामान्य जीवन मुहैया कराना भारत सरकार का कर्तव्य है।


पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार
राष्ट्रपति में पड़ोसी देश पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के मामले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा- मैं पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार की निंदा करते हुए, विश्व समुदाय से इसका संज्ञान लेने और इस दिशा में आवश्यक कदम उठाने का भी आग्रह करता हूं।


राममंदिर
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा रामजन्मभूमि पर फैसले के बाद देशवासियों द्वारा जिस तरह परिपक्वता से व्यवहार किया गया, वह भी प्रशंसनीय है।


धारा 370
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को हटाए जाने के फैसले का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि संसद के दोनों सदनों द्वारा दो तिहाई बहुमत से संविधान के अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 ए को हटाया जाना, न सिर्फ ऐतिहासिक है बल्कि इससे जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के समान विकास का भी मार्ग प्रशस्त हुआ है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का तेज विकास, वहां की संस्कृति और परंपराओं की रक्षा, पारदर्शी व ईमानदार प्रशासन और लोकतंत्र का सशक्तीकरण, मेरी सरकार की प्राथमिकताओं में हैं।


करतारपुर कॉरिडोर
उन्होंने करतारपुर कॉरिडोर का नाम लेते हुए मोदी सरकार की प्रसन्नता करते हुए कहा कि मेरी सरकार ने रिकॉर्ड समय में करतारपुर साहिब कॉरिडोर का निर्माण करके, गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर इसे राष्ट्र को समर्पित किया ।


नॉर्थ ईस्ट में कनेक्टिविटी बढ़ी
राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार के प्रयासों की वजह से वर्ष 2022 तक सिक्किम, मिजोरम, मणिपुर और नागालैंड की राजधानियां रेल नेटवर्क से जुड़ जाएंगी


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