UP Politics: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बीएसपी प्रमुख मायावती बोलीं- 'उस माहौल का अभाव जिससे...'
Economic Survey: बजट सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) का अभिभाषण हुआ. जिसके बाद बीएसपी (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) ने प्रतिक्रिया दी है.
Budget Session 2023: संसद का बजट (Budget) सत्र मंगलवार से शुरू हुआ. जिसमें पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) का अभिभाषण हुआ. इसके बाद देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने संसद में आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 (Economic Survey) की रिपोर्ट पेश की. इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया आ रही है. इसी क्रम में बीएसपी (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) ने प्रतिक्रिया दी है.
बसपा सुप्रीमो ने कहा, "माननीया राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा संसद के बजट सत्र के पहले दिन आज अभिभाषण में केन्द्र की ओर से कही गई बातें तथा किए गए दावे देश की 100 करोड़ से अधिक महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी आदि से त्रस्त जनता की सान्त्वना व शान्ति के लिए बहुत ही कम. लोग सुखी होंगे तभी देश बढ़ेगा."
1. माननीया राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा संसद के बजट सत्र के पहले दिन आज अभिभाषण में केन्द्र की ओर से कही गई बातें तथा किए गए दावे देश की 100 करोड़ से अधिक महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी आदि से त्रस्त जनता की सान्त्वना व शान्ति के लिए बहुत ही कम। लोग सुखी होंगे तभी देश बढ़ेगा।
— Mayawati (@Mayawati) January 31, 2023
मायावती ने कहा, "साथ ही, सरकार की आन्तरिक व आर्थिक नीति से देश में अमन-चैन, सुख-समृद्धि, विकास व खुशहाली के उस माहौल का अभाव जिससे अपार गरीबी व बेरोजगारी दूर होकर यहाँ लोगों का जीवन थोड़ा बेहतर हो. जनता की जेब खाली किन्तु कुछ लोगों के हाथों में देश की पूंजी का सिमटना देश की प्रगति हेतु घातक."
राष्ट्रपति ने क्या कहा?
इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि सरकार आर्थिक विकास को गति देने के साथ हरित यानी पर्यावरण अनुकूल वृद्धि पर भी ध्यान दे रही है. इसी का परिणाम है कि पिछले आठ साल में सौर ऊर्जा क्षमता करीब 20 गुना बढ़ी है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार देश के विकास के लिए जिस गति और पैमाने पर काम कर रही है, उसका लाभ दिख रहा है.
राष्ट्रपति ने बजट सत्र के पहले दिन संसद के ऐतिहासिक केंद्रीय कक्ष में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए अपने पहले अभिभाषण में कहा, ‘‘देश ने उस सोच को बदला है जो प्रगति और प्रकृति को परस्पर विरोधी मानती थी. सरकार विकास को गति देने के साथ हरित वृद्धि पर ध्यान दे रही है और पूरे विश्व को मिशन ‘लाइफ’ से जोड़ने पर बल दे रही है.