UP News: योगी राज में बुलंदशहर (Bulandshahr) की सिकंदराबाद पुलिस पर एक साधु ने गंभीर आरोप लगाया है. साधु ने दनकौर रोड स्थित चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर चेकिंग के नाम पर अभद्र व्यवहार करते हुए खाली पड़ी इमारत में ले जाकर नग्न करने का आरोप लगाया है. पीड़ित ने अपना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए पुलिस के उच्च अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है.


क्या है मामला
दरअसल, पीड़ित साधु ककोड़ के कमालपुर गांव में स्थित मंदिर पर रहते हैं. जबकि पीड़ित शनिवार को किसी काम से सिकंदराबाद आये थे. आरोप है कि जब वह दनकौर रोड के रास्ते वापस गांव लौट रहे थे तभी सिकंदराबाद-ग्रेटर नोएडा की सीमा में बने चेकपोस्ट पर चेकिंग कर रही दादरी गेट चौकी पुलिस ने चेकिंग के नाम पर उनके साथ अमर्यादित व्यवहार किया. इतना ही नहीं आरोप यहां तक है कि वहां एक दरोगा और सिपाही साधु को एक कमरे में ले गए. जहां ले जाकर साधु के सारे कपड़े उतरवा दिए गए. चेकिंग के नाम पर देर तक शोषण करने के बाद साधु को छोड़ दिया गया. 


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क्या हुई कार्रवाई
गांव पहुंचने के बाद पीड़ित साधु ने ग्रामीणों को आपबीती सुनाई. जिसके बाद गांव के लोगों ने साधु का वीडियो बनाकर यूपी पुलिस को ट्वीट कर दिया. वहीं मामले का तुंरत संज्ञान लेकर बुलंदशहर के कप्तान डीआईजी संतोष कुमार सिंह ने तत्काल घटना की जांच सिकंदराबाद सीओ सुरेश कुमार को सौंपते हुए दो घंटे में जांच कर रिपोर्ट मांगी. वहीं रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने आरोप सत्य पाए जाने पर SI पवन कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.


क्या बोले एसएसपी
वहीं एसएसपी संतोष कुमार सिंह का कहना है कि आज सुबह घटना की ट्विटर के माध्यम से जानकारी मिली थी. जानकारी मिलने के बाद तत्काल सीओ सिकंदराबाद को बाबा के पास भेजा गया. सीओ सिकंदराबाद द्वारा जांच कराई गई. जांच में प्रथमद्रष्टया एसआई पवन कुमार दोषी पाए गए. केवल अहंकार बस एक सभ्य और संत पुरुष के साथ दुर्व्यवहार करने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.


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