बुलंदशहर: दुनियाभर में कोरोना वायरस से निपटने का तोड़ ढूंढा जा रहा है. तमाम रिसर्च हो रही हैं. मगर अभी तक इस जानलेवा वायरस को खत्म करने के लिए न तो कोई दवा बन पाई है और न ही इसकी वैक्सीन तैयार हो पाई है. इस बीच बुलंदशहर जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी ना सिर्फ जनपद में होम्योपैथी ड्रॉप्स वितरित करा रहे हैं, बल्कि उनका दावा है कि ये होम्योपैथी ड्रॉप्स कोरोना से लड़ने में बहुत कारगर साबित होंगे. हालांकि अभी भी कोरोना से निजाद दिलाने वाली दवाई का शोध जारी है.


होम्योपैथिक दवाई से कोरोना के इलाज का दावा



बता दें कि बुलंदशहर में जिला होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी ना सिर्फ होम्योपैथी से कोरोना का इलाज करने का दम भर रहे हैं, बल्कि होम्योपैथी के अधिकारियों की ओर से जनपद में कोरोना के संक्रमण पर काबू पाने के लिए अब तक करीब दो लाख 9 हजार 520 परिवारों में होम्योपैथिक आर्सेनिक एल्बम-30 और आर्सेनिक एल्बम200 की ड्रॉप्स वितरित भी की जा चुकी हैं. वहीं, कोविड-19 का अब तक कोई इलाज न मिल पाने और न ही इससे निपटने के लिए कोई टीका बन पाने की वजह से लोग भी होम्योपैथी की इन ड्रॉप्स को पूरे विश्वास के साथ वैकल्पिक तौर पर ले रहे हैं. जिस तरह होम्योपैथिक कार्यालय से टीम जनपद भर में जाकर ड्रॉप्स वितरित कर रही है, वैसे ही मन मे कोरोना का भय समेटे बैठे लोग समयानुसार इसका पूरी शिद्दत से इस्तेमाल कर रहे हैं.



4 लाख से ज्यादा ड्रॉप्स वितरित की जा चुकीं


होम्योपैथी से कोरोना के इलाज को लेकर जहां अभी तक देश में कई तरह के दावे किए जा रहे थे, तो वहीं बुलंदशहर में आर्सेनिक एल्बम-30 और आर्सेनिकम एल्बम-200 की 4 लाख से ज्यादा ड्रॉप्स वितरित की जा चुकी हैं. जिन लोगों तक ये ड्रॉप्स पहुंच रही हैं, उनकी ओर से भी होम्योपैथी पर काफी भरोसा जताया जा रहा है. ड्रॉप्स को इस्तेमाल करने वाले लोग मानते हैं कि पानी के साथ इस्तेमाल की गईं ड्रॉप्स की दो बूंद उनके शरीर में जाकर  किसी भी प्रकार के वायरस से लड़ाई लड़ने में सफल साबित होंगी.


होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी शेषनाथ राय का दावा



बुलंदशहर होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी शेषनाथ राय की ओर से दावा किया जा रहा है कि आर्सेनिक एल्बम-30 और आर्सेनिकम एल्बम-200 की ड्रॉप्स कोविड-19 के इलाज के लिए बनाए गए L1 हॉस्पिटल, क्वारंटीन सेंटर और नोडल अधिकारियों की मदद से कंटेनमेंट ज़ोन तक भी पहुंचाई जा रही हैं. शेषनाथ दावा करते हैं कि ड्रॉप्स के परिणाम भी बहुत अच्छे आ रहे हैं. उनका दावा है कि ड्रॉप्स शरीर में जाने के बाद किसी वायरस से लड़ने के लिए बॉडी की इम्यूनिटी पावर काफी हद तक बढ़ाती है.


हालांकि अब तक किसी वैज्ञानिक शोध में ऐसी कोई दवा की जानकारी नहीं मिली है, जो कोविड-19 जैसे खतरनाक वायरस को फैलने से रोक सके. मगर जैसे की सभी जानते हैं कि इम्युनिटी सही होगी तो आप कोरोना वायरस के साथ-साथ अन्य रोग और गंभीर बीमारियों से भी लड़ सकते हैं, तो ऐसे में लोग होम्योपैथी पर भरोसा करके इस दवाई का इस्तेमाल कर रहे हैं.



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