बुलंदशहर में फिर वायरल हुए स्कूल की छुट्टियों के फर्जी आदेश, अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज
यहां बुलंदशहर में एक बार फिर से शीतकालीन अवकाश के फर्जी आदेश सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं। प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कुछ शरारती तत्वों ने शीतकालीन अवकाश की फर्जी घोषणा का सरकारी आदेश जारी कर दिया। देखते ही देखते यह आदेश वायरल हो गया। दरअसल, ठंड के चलते बुलंदशहर के डीएम ने 26 और 27 दिसंबर की छुट्टी घोषित की थी लेकिन किसी ने आदेश के साथ छेड़छाड़ कर फर्जी पत्र सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस फर्जी पत्र में 30 और 31 दिसंबर को भी छुट्टी की घोषणा की गई थी। आदेश के वायरल होने के चलते बहुत सारे स्कूलों में बच्चे नहीं पहुंच पाए। देर रात इस पत्र का वायरल होने की ख़बर पता चली।
इस मामले के सामने आते ही जब स्कूलों की तरफ से डीएम कार्यालय में पता किया गया तो पता चला कि किसी शरारती तत्व ने डीएम के फर्जी आदेश जारी कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए गया है। जबकि डीएम द्वारा कोई छुट्टी घोषित नहीं की गई है। मामला सामने आने पर स्कूल प्रशासन और जिला प्रशासन में हड़कंप मचा है। हालांकि जिला प्रशासन ने इस मामले में आदेश वायरल होने पर जांच के आदेश कर दिए हैं।
हुआ ये कि जब बुलंदशहर में सर्दी की छु्ट्टियां घोषित हुई तो इसी का फायदा उठाकर शरारती तत्व सक्रिय हो गए और 25 दिसंबर का एक जिला अधिकारी का आदेश पत्र उठाकर शरारती लोगों ने 30 और 31 दिसंबर के सरकारी अवकाश की घोषणा कर दी। शरारती तत्वों ने ये आदेश कई व्हाट्सएप ग्रुप पर मैसेज भी कर दिया। स्कूलों ने इस मैसेज को पाकर अपने स्कूल का अवकाश भी कर दिया लेकिन धीरे-धीरे मामला आया तो पता चला कि यह सब मामला फर्जी तरीके से चलाया गया है। हालांकि प्रशासन ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।
इससे पहले बच्चे ने की थी शरारत इससे पहले भी एक ऐसे ही मामले की जांच के लिए डीएम बुलंदशहर ने दो सदस्यों की टीम बनाई थी। जिसमें एसपी क्राइम और सिटी मजिस्ट्रेट को डीएम के फर्जी आदेश बनाकर वायरल करने वाले की धरपकड़ की थी। जांच में सामने आया था कि एक 10वीं कक्षा के छात्र ने डीएम के आदेशों को एडिटिंग कर फर्जी आदेश बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया था। तब पूछताछ में छात्र ने डीएम के फर्जी आदेश बनाकर वायरल करना स्वीकार भी किया। तब आरोपी छात्र और उसके परिवार ने डीएम से माफी मांगते हुए भविष्य में दोबारा ऐसा न करने की बात कही। फिलहाल एक बार फिर से डीएम के फर्जी आदेश बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है। लेकिन इस बार प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है। प्रशासन ने अब अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया दिया है।