UP News: उत्तर प्रदेश के जनपद बुलंदशहर (Bulandshahr) के खुर्जा सीएचसी (Khurja CHC) में स्वास्थ्य विभाग की पोल खोलती तस्वीर कैमरे में कैद हुई है. यहां इमरजेंसी वार्ड में मरीजों को कंधे पर ले जाते तीमारदार दिखाई दिए. सीएचसी के अंदर इमरजेंसी में भी स्ट्रेचर की सुविधा तक उपलब्ध नहीं है. वहीं पीड़ित परिवार का आरोप है कि डॉक्टरों ने मरीज को देखने के बाद उसका इलाज करने से इनकार कर दिया. 


मरीज को मजबूरन प्राइवेट अस्पताल ले जाना पड़ा


तीमारदारों के मुताबिक युवक एक सड़क हादसे में घायल हुआ था जिसे इलाज के लिए खुर्जा के सूरजमल जटिया सीएचसी लाया गया था, जहां इमरजेंसी के अंदर तीमारदार घायल युवक को गोद में लेकर दौड़ रहे थे. वहीं डॉक्टरों पर इलाज न करने का आरोप घायल युवक के परिजनों लगाया है. डॉक्टरों ने कहा कि युवक ने शराब पी रखी है और उन्होंने घायल युवक का इलाज करने से इनकार कर दिया. जिस वजह से परिजनों को मरीज को प्राइवेट हॉस्पिटल ले जाने को मजबूर होना पड़ा.


कौशांबी के एक मंदिर में दर्शन करने आए श्रद्धालु ने अपनी जीभ काटकर चढ़ाई, हालत हुई गंभीर


सीएमओ ने दिया जांच का भरोसा


डॉक्टरों की लापरवाही आए दिन सामने आती हैं लेकिन बावजूद बुलंदशहर जिला प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करता. घटना पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी विनय कुमार का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है. जटिया हॉस्पिटल के सीएमएस से मामले की जानकारी ली जाएगी. मामले में पूछताछ की जाएगी. हालांकि किसी भी अस्पताल में स्ट्रेचर की कोई कमी नहीं है, हो सकता है कि स्ट्रेचर मरीज को नजर ना आया हो या कहीं दूसरी जगह पर रखा हो. पूरे मामले पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी.


ये भी पढ़ें -


UP Politics: भ्रष्टाचार के खिलाफ सपा विधायक प्रदीप यादव का हल्लाबोल, जिला प्रशासन पर लगाया ये गंभीर आरोप