Bulandshahr Crime News: उत्तर प्रदेश स्थित बुलंदशहर में शिकारपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले एक सर्राफा व्यापारी को अज्ञात बदमाशों ने फोन पर जान से मारने की धमकी देकर 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी. वहीं धमकी मिलने के बाद से सर्राफा व्यापारी के परिवार में दहशत फैल गई तो वही रंगदारी की सूचना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया.वहीं शिकारपुर पुलिस ने सर्राफा व्यापारी से रंगदारी मांगने की घटना का खुलासा करते हुए 4 आरोपियों को घटना में इस्तेमाल किये गए 3 मोबाइल फोन व तमंचे के साथ गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस के हत्थे चढ़े चारो आरोपी फौज में भर्ती की तैयारी कर रहे थे
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए चारों युवक पुलिस और फौज में भर्ती की तैयारी कर रहे थे, लेकिन रुपये कमाने की सनक इस कदर उन पर सवार हुई की अब ये सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं. चारों बदमाशों को पुलिस ने सर्राफा व्यापारी को जान से मारने की धमकी देकर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया है. गौरतलब है कि बीती 25 मई को थाना शिकारपुर क्षेत्र के निवासी सर्राफा व्यापारी पंकज अग्रवाल को अज्ञात बदमाशो ने व्हाट्सएप नम्बर पर जान से मारने की धमकी देकर 10 लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी. जिसके बाद सर्राफा व्यापारी की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
वही पुलिस की गठित टीम द्वारा तकनीकी माध्यमों से लगातार की गयी छानबीन में ऋषभ , विशाल ,अनिल व सौरभ प्रकाश पर शक गहराया. चारों बदमाश थाना शिकारपुर क्षेत्र के रहने वाले है. वहीं शिकारपुर पुलिस को मिली सूचना के आधार पर चारों अभियुक्तों को ग्राम डडुआ नगला मंदिर के पास से अवैध असलहा मय कारतूस एवं घटना में प्रयुक्त तीन मोबाइल फोन सहित गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं पुलिस की पूछताछ में यह भी सामने आया कि पकड़े गए चारों आरोपियों में से एक पुलिस और दो आरोपी फौज में नौकरी पाने की तैयारी कर रहे हैं. पकड़े गए बदमाशों में पास से घटना में प्रयुक्त तीन मोबाइल फोन ,2 अवैध तंमचे 315 बोर मय 4 जिन्दा कारतूस, एक चाकू नाजायज पुलिस ने बरामद किया है.
एएसपी बुलंदशहर ने घटना का दी जानकारी
एएसपी बुलंदशहर शिशंक सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 25 तारीख को शिकारपुर के एक व्यापारी को एक फोन आया और 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई. पहले उन्हें वॉट्सएप पर मैसेज किए गए उसके कुछ देर बाद रंगदारी के लिए फोन आया. शिकायत मिलने पर शिकारपुर थाने की टीम, ग्रामीण एसओजी और सिटी की एसओजी टीम ने इस पर काम करना शुरु किया, जिसमें पता चला कि 16 तारीख को एक व्यक्ति का फोन चोरी हुआ था ऐसे ही कुछ और व्यक्तियों का मोबाईल चोरी हुआ तो हमने इनका टेक्नीकल डेटा निकाला. इसके बाद पता चला कि एक मोबाइल से फोन निकालकर दूसरे मोबाइल में डालकर वॉट्स एप डाउनलोड किया गया है. तीसरे फोन में और ओटीपी मंगवाया गया. तफ्तीश की गई तो चार लडको के नाम सामने आए.
इसमें मुख्य अभियुक्त का नाम रिशभ है, इसके अलावा विशाल, अनिल और एक चौथा आरोपी सौरभ का नाम आया है. उन्होंने मिलकर अलग अलग स्थान से मोबाइल फोन लूटे हैं. उन्ही फोन के सहारे व्यापारी को धमकी दी गई थी. इनसे जब पूछताछ की गई तो पता चला कि इन्होंने यू ट्यूब में देखा और जानकारी ली की कैसे धमकी देकर छोटा-मोटा क्राईम किया जा सकता है. जिससे पुलिस उन्हें पकड़ न पाए. फिलहाल चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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