UP Crime News: बुलंदशहर (Bulandshahr) में पुलिस ने आज रविवार को अपराधियों की मंडी लगाई. पुलिस लाइन में 300 लुटेरों को जनपद के सभी थानों से बुलाया गया. पुलिस ने परिजनों को भी साथ में बुलावा भेजा था. पुलिस लाइन में पहुंचे लुटेरों का डेटा ऑनलाइन कर दिया गया. एसएसपी ने तीन साल के दौरान लूट की घटना में शामिल रहे लुटेरों को हाजिर होने का फरमान सुनाया था. लुटेरों का नाम पता, पता, वल्दियत, हाथ का अंगूठा, आई कनेक्ट, बॉडी मार्क की डिटेल पुलिस ने स्टोर किया. पुलिस ने लुटेरों को अपराध से तौबा करने की चेतावनी दी. लुटेरे जमानत पर जेल से बाहर रह रहे थे. पिछले तीन साल में लूट की एक भी वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों का डाटा बुलंदशहर पुलिस ने ऑनलाइन कर दिया.
पुलिस लाइन में लगाई गई लुटेरों की मंडी
एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि पिछले तीन वर्षों के दौरान लूट में शामिल रहे लुटेरों की डिटेल्स का सत्यापन करवाया जा रहा है. पता लगाया जा रहा है कि लुटेरों का जमानतदार कौन था, संपत्ति का स्रोत क्या है और वाहन में चार पहिया है या दो पहिया. जानकारी इकट्ठा करने का अभियान डीजीपी के निर्देश पर चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अभिभावकों के साथ लुटेरों को भी पुलिस लाइन में बुलाया गया. पुलिस लाइन में हाजिर हुए लुटेरों को अपराध से दूर रहने की चेतावनी दी गई.
एसएसपी की हिदायत पर परिजन भी पेश
क्राइम कंट्रोल के प्रति कवायद का मकसद लुटेरों की गतिविधियों पर नजर रखना है. लुटेरों का डेटा सार्वजनिक होने से पुलिसकर्मियों का काम आसान होगा. अपराधी पुलिस की निगरानी में रहेंगे. उन्होंने कहा कि अपराध की दुनिया से तौबा करनेवालों का पुलिस स्वागत करती है. सामाजिक जीवन जीने की चाहत रखनेवालों की उन्होंने मदद करने का आश्वासन दिया. श्लोक कुमार ने बताया कि दोबारा अपराध करने पर अपराधियों को पकड़ने का आधार डेटा बनेगा.