Fake Marksheet Maker Busted: यूपी के बुलंदशहर पुलिस को आज बड़ी सफलता हाथ लगी है. आपको बता दे कि बुलंदशहर की अनूपशहर पुलिस ने फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गैंग का खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. ये तस्वीरे अनूपशहर कोतवाली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गैंग की है ये गैंग निजी विश्वविद्यालयों की तकनीकी और गैर तकनीकी कोर्स की की मार्कशीट बनाकर बेचा करते थे.


आपको बता दे कि बुलंदशहर के अनूपशहर के निवासी रविंद्र कुमार ने अनूपशहर पुलिस को सूचना दी थी कि वर्ष 2021 में उनके बेटे ने एक स्कूल से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की थी अब उनके बेटे ने भारतीय थल सेना की सीधी भर्ती की औपचारिकताओं को पूरा कर लिया. लेकिन कागजों के सत्यापन में इंटरमीडिएट की मार्कशीट को फर्जी बताया गया वहीं पुलिस ने पीड़ित की तैयारी पर तत्काल मुकदमा दर्ज करते हुए छानबीन शुरू कर दी, अनूपशहर पुलिस की सर्विलांस टीम द्वारा फर्जी मार्केट बनाने वाले ग्रुप के तीन सदस्यों को कस्बा दवाई के एक मकान से गिरफ्तार कर लिया, साथ ही पुलिस ने इन गिरफ्तार जालसाजों की निशानदेही पर बिहार, उत्तराखंड, झारखंड, यूपी, गुज़रात, एमपी समेत देशभर कर प्रदेशों के बोर्ड्स की 167 मार्कशीट बरामद की है.


एक शिकायत प्राप्त हुई थी
वहीं मामले में एसएसपी बुलंदशहर श्लोक कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि थाना अनूपशहर पर एक शिकायत प्राप्त हुई थी, जिसमें वादी द्वारा ये बताया गया था कि उनके बच्चे की जो मार्कशीट है वो सेना भर्ती के दौरान जब सत्यापन कराया गया तो वो फर्जी पाई गई, इस सूचना पर वो थाने पर उपस्थित हुए उनके द्वारा ये प्रार्थना पत्र दिया गया कि एक व्यक्ति के माध्यम से उन्होंने अपने बच्चे का ये सर्टिफीकेट प्राप्त किया था और उन्होंने ये बताया था कि ये ओपन स्कूलिंग सर्टिफिकेट प्राप्त हो रहा है और उसमें स्कूल जाने की जरुरत नहीं होगी.


एक बहुत बड़ा रैकेट सामने आया
इस सूचना पर मुकदमा पंजीकृत किया गया और थाना अनूप शहर की टीम को इस घटना के अनावरण के लिए लगाया गया तो एक बहुत बड़ा रैकेट सामने आया, जिसमें अब तक तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई है. पूछताछ में इन लोगों ने ये बताया कि ये फर्जी वेबसाइट चलाते थे और बाय वर्ड ऑफ माउथ ये प्रचार प्रसार करते थे कि ये आपको स्कूल कॉलेज के सर्टिफिकेट्स चाहे आपके बीए के हो, बीएसई के हो, ये सबके सर्टिफिकेट अच्छे मार्क्स के साथ उपलब्ध कराते थे और साथ ही साथ ये ट्रांसफर सर्टिफिकेट भी उपलब्ध कराते थे.


यूनिवर्सिटी और कॉलेज के सर्टिफिकेट बरामद किए गए हैं
इनके पास से अब तक कुल 167 मार्कशीट या सर्टिफिकेट्स बरामद हुए हैं. ये सभी हाई क्वालिटी सर्टिफिकेट्स हैं, इन लोगों ने गहन अध्ययन करके कि कौन सा कॉलेज किस तरीके का सर्टिफिकेट ईसू करता है, उस तरीके की इन्होंने बिल्कुल नकल की है, इसमें देश के विभिन्न जनपदों के यूनिवर्सिटी और कॉलेज के सर्टिफिकेट बरामद किए गए हैं.  इनके पास से दो लैपटॉप, 16 मोबाइल फोन, 22 एटीएम कार्ड, 10 स्टाम्प, 2 पैन ड्राइव, सीपीयू, प्रिंटर, 15 रजिस्टर और होलोग्राम इनके पास से बरामद किए गए हैं, जिनका प्रयोग ये फेक मार्कशीट्स बनाने के लिए करते थे.


अन्य बरामदगी की भी हम लोग करेंगे
इनके द्वारा श्री बालाजी इंस्टीट्यूट डॉट ओआरजी नाम की वेबसाइट चलाई जाती थी, जिसपे की इस तरीके के फेक सर्टिफिकेट्स अगर कोई डालकर चेक करना चाहे तो उनको लगे की ये असली है. इस घटना में बरामदगी के अलावा भी हमें उम्मीद है कि अभी और लोगों की गिरफ्तारी और अन्य बरामदगी की भी हम लोग करेंगे, इस पूरे प्रकरण को देखने के लिए एक एसआईटी का भी गठन किया गया है, जो कि क्षेत्राधिकारी के नेतृत्व में रहेगी और उसका पर्यवेक्षण एसपी आर्य द्वारा किया जाएगा. वर्तमान की बरामदगी के आधार पर इन तीनों लोगों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा रहा है और उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.