इलाज के दौरान डॉक्टरों ने महिला की निकाल ली किडनी, अब कोर्ट के आदेश पर 6 लोगों पर FIR दर्ज
Meerut Kidney Theft Case: मेरठ से अवैध किडनी चोरी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. इस मामले में अब बुलंदशहर की रहने वाली पीड़िता ने आरोपियों के खिलाफ कोर्ट के जरिये एफआईआर दर्ज कराई है.
Bulandshahr News Today: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर पुलिस ने अदालत के आदेश के पर मेरठ के 6 डॉक्टरों के खिलाफ अवैध तरीके से किडनी निकालने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है. पीड़िता ने दावा किया कि इलाज के दौरान आरोपी डॉक्टरों ने उसकी एक किडनी निकाल ली थी. यह एफआईआर एसीजेएम तृतीय कोर्ट के आदेश पर नरसेना थाने में दर्ज की गई है.
इस मामले में बुलंदशहर के नरसेना थाना क्षेत्र के बुगरासी कस्बे की रहने वाली कविता नाम की महिला ने मुकदमा दर्ज करवाया है. कविता के मुताबिक, वह काफी समय से बीमार चल रही थी. इसके बाद वह इलाज के लिए साल 2017 में मेरठ के केएमसी हॉस्पिटल पहुंची, जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसकी एक किडनी निकाल ली.
बुलंदशहर-मेरठ के एक निजी हॉस्पिटल के 6 डॉक्टर्स व अज्ञात स्टाफ के ख़िलाफ़ किडनी निकालने के आरोप में एफआईआर दर्ज।एसीजेएम तृतीय की कोर्ट के आदेश पर नरसेना थाने में दर्ज हुई एफआईआर।
— anubhav sharma (@anubhav57502441) January 15, 2025
पीड़ित महिला कविता ने डॉक्टर्स पर 2017 में इलाज के दौरान एक किडनी निकाल लेने का लगाया आरोप। pic.twitter.com/DpWaNYWbtU
पीड़िता ने सुनाई आपबीती
पीड़िता के मुताबिक, किडनी निकालने की जानकारी उस वक्त हुई जब इलाज के बाद भी उसकी स्वास्थ्य स्थिति में सुधार नहीं हुआ. कविता को आराम नहीं मिला तो उसने साल 2022 में अल्ट्रासाउंड करवाया. अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट देखकर उसके होश उड़ गए. कविता को पता चला कि उसकी एक किडनी गायब हो चुकी है.
कविता को पता चला कि केएमसी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान उसकी किडनी निकाल ली गयी है. जिसके बाद पीड़ित महिला कविता ने न्यायालय में याचिका दायर कर अपनी रिपोर्ट कोर्ट के सामने पेश किया. इसके बाद न्यायालय के आदेश पर बुलंदशहर के नरसेना थाने में मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम, धमकी देने समेत अन्य धाराओं में केएमसी हॉस्पिटल के संचालक पति-पत्नी सहित 6 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. जिसमें कुछ अज्ञात भी शामिल हैं.
इन पर दर्ज हुआ FIR
पुलिस एफआईआर में डॉ सुनील, डॉ अजय एन, डॉ सीमा, डॉ प्रतिमा, डॉ निकिता और डॉ सतीश कुमार के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है. पीड़िता के मुताबिक, जब हमें अल्ट्रासाउंड कराने के बाद पता चला कि एक किडनी चोरी कर ली गई तो वह मेरठ के डॉक्टरों से दोबारा मिली.
पीड़िता को आरोपी डॉक्टरों ने बताया कि आपकी किडनी है. आरोपियों ने धमकी देते हुए यह भी कहा कि कहीं से दवाई मत लेना. इसके बाद उन लोगों ने सारे पेपर लेकर फाड़ दिए. जिसके बाद उन्होंने कोर्ट का सहारा लिया और उन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.
पुलिस ने क्या कहा?
बुलंदशहर एसपी सिटी शंकर प्रसाद ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर नरसेना थाने में मामला दर्ज किया गया है. इसमें पीड़ित महिला कविता देवी द्वारा आरोप लगाया गया है कि मेरठ हॉस्पिटल में इलाज के दौरान उसकी किडनी निकाली गई. इस संबंध में 6 नामजद और कुछ अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. उन्होंने बताया कि इस मामले में आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जा रही है. यह मेरठ का एक प्राइवेट हॉस्पिटल जिसका नाम केएमसी हॉस्पिटल है.
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