बुलंदशहर, एबीपी गंगा। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के बीबीनगर थाने में तैनात एक दारोगा की सर्विस रिवाल्वर से शुक्रवार रात करीब  साढ़े 12 बजे गोली चल गई, जो पास बैठे दूसरे दारोगा को जा लगी, जिससे उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि दारोगा की गोली लगने से  घायल हुए दूसरे दारोगा नेएक मुंशी की मदद से थाने से करीब तीन किलोमीटर दूर एक निजी अस्पताल में भर्ती काराया, जहां उसने दम तोड़ दिया। जिस दारोगा की गोली से उसकी मौत हुई, उसे गिरफ्तार कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।


बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद आरोपी दारोगा भागने की फिराक में था, लेकिन जिले के आला अधिकारियों ने सर्विलांस की मदद से भाग रहे दारोगा की लोकेशन ट्रेस की, तो वह हापुड़ से गाजियाबाद की रनिंग लोकेशन निकली। तभी जनपद पुलिस ने गाजियाबाद पुलिस से संपर्क कर भाग रहे दारोगा को हापुड़ और गाजियाबाद की बीच में मसूरी थाने की पीआरवी से गिरफ्तार किया। पुलिस का दावा है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है।



ये है उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जनपद का बीबीनगर थाना यहां विजेंद्र सिंह नाम का दारोगा अपने तीसरे मंजिल के बने क्वार्टर में रह रहा था। बीती रात करीब साढ़े 12 बजे नरेंद्र सिंह नाम का दारोगा ऊपर फ्रेश होने पहुंचा, बताया जा रहा है कि तभी उसकी सरकारी पिस्टल से गोली चल गई, जो विजेन्द्र पाल के पेट में जा लगी। गोली चलते ही वहां हड़कंप मच गया। वहीं, दारोगा नरेंद्र सिंह ने तुरंत थाने के मुंशी के साथ मिलकर अपनी प्राइवेट गाड़ी से घायल दारोगा बिजेंद्र पाल को थाने से तीन किलोमीटर दूर एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गया, लेकिन वहां उसकी हालत खराब होते देख आरोपी दारोगा नरेंद्र सिंह वहां से कार लेकर भाग निकला।



घटना की सूचना थाने के मुंशी ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को दी, जिस पर सभी अधिकारी थाने में पहुंच गए। सीडीआर के माध्यम से लोकेशन को ट्रेस किया गया, तो पता चला कि भाग विजेंदर सिंह गाजियाबाद और हापुड़ के बीच मसूरी थाने के आसपास है। कंट्रोल रूम से संपर्क कर उसको मसूरी थाने की पुलिस से गिरफ्तार कराया गया। प्रारंभिक जांच में आरोपी व गिरफ्तार नरेंद्र सिंह का कहना है कि वह फ्रेश होने विजेंद्र सिंह के कमरे पर गया था, लेकिन अचानक गोली चल गई, पुलिस अभी मामले में जांच कर रही है।


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