Bulandshahr News: बुलंदशहर में दर्दनाक हादसा, निर्माणाधीन मकान का लेंटर भरभराकर गिरा, पति-पत्नी और दो बच्चों की मौत
Bulandshahr News: ग्रामीणों के मुताबिक घर की पहली मंजिल पर 18 घंटे पहले ही लेंटर डाला गया था, लेकिन बारिश होने की वजह से लेंटर का सपोर्ट गिर गया और पूरा लेंटर भरभराकर गिर पड़ा.
Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर (Bulandshahr) में आज तड़के एक निर्माणाधीन मकान का लेंटर भरभरा कर गिर गया. जिस वक्त ये हादसा हुआ उस वक्त वहां परिवार के 12 लोग सो रहे थे. लेंटर के मलबे में दबने से पति-पत्नी और उनके दो बेटों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि आठ लोगों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया. लेंटर के गिरने की आवाज सुनकर वहां ग्रामीण इकट्ठा हो गए और उन्होंने तत्काल इसकी सूचना प्रशासन को दी. घटना स्थल संकरी जगह पर होने की वजह से राहत एंव बचाव कार्य में लगी टीम को परेशानी का भी सामना करना पड़ा. डीएम और एसएसपी ने घटना स्थल पर पहुंचकर परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
दरअसल, बुलंदशहर के थाना नरसेना क्षेत्र के गांव मवई में रहने वाला राजपाल सिंह का घर का लेंटर आज सुबह चार बजे भरभराकर गिर गया. उस वक्त राजपाल का परिवार मकान के ग्राउंड तल पर सो रहा था, इससे पहले कि वो कुछ समझ पाते परिवार के सभी 12 सदस्य मलबे में दब गए. लेंटर गिरने की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे, जिसके बाद राहत बचाव कार्य शुरू किया गया. घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम और सीओ स्याना भी घटना स्थल पर पहुंच गए, जिसके बाद तेजी से राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया.
मलबे में दबकर चार की मौत
रेस्क्यू ऑपरेशन में मलबे में दबे परिवार के 8 सदस्यों को बाहर निकाल अस्पताल पहुंचाया गया जहां, प्राथमिक उपचार के दौरान उनको छुट्टी दे दी गई. इस हादसे में परिवार के मुखिया राजपाल, उनकी पत्नी और दो बेटों की मौत हो गई. पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं हादसे के बाद गांव में मातम का सन्नाटा पसरा हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि राजपाल ने अपने पुराने घर की पहली मंजिल पर 18 घंटे पहले लेंटर डाला था, बारिश होने की वजह से लेंटर की सपोर्ट के गिरने से लिंटर अचानक भरभरा कर गिर पड़ा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख जताया है और प्रत्येक मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने के लिए डीएम को निर्देश दिए है. डीएम ने बताया शासन की मदद के साथ मकान की क्षतिपूर्ति और अन्य योजनाओं का लाभ भी पीड़ित परिवार को दिया जाएगा.
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