UP News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के जनपद बुलन्दशहर (Bulandshahr) में मरीजों के लिए 102 और 108 एंबुलेंस सेवा में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. इस फर्जीवाड़े के खुलासे के लिए अब शासन से एक दो नहीं बल्कि लगभग 108 और 102 एम्बुलेंस सेवा दोनों का मिलाकर लगभग 34 हजार डेटा का वेरिफिकेशन करवाया जा रहा है. बता दें कि इस फर्जीवाड़े में 102 और 108 एम्बुलेंस पर कॉल कर ज्यादा बिल बनाकर सरकार से वसूला जाता था.
कई कॉल में एम्बुलेंस का उपयोग नहीं
गरीब मरीजों को जल्द स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए अस्पताल छोड़ने के काम में एम्बुलेंस सेवाएं देने वाली कंपनी के बड़े फर्जीवाड़े की अब जनपद में जांच करवाई जा रही है. वहीं अब पिछले कुछ महीनों में अस्पताल और घर छोड़ने वाले मरीजों की सूची खंगाली जा रही है. जांच में सामने आया है कि, काफी कॉल ऐसी भी पाई गई है जिसमें एम्बुलेंस का उपयोग किया ही नहीं गया और वहीं काफी कॉल ऐसी भी पाई गई है जिनका नंबर अब बंद बता रहा है.
सीएमओ ने क्या बताया
मुख्य चिकित्सा अधिकारी विनय कुमार ने बताया कि, राज्य स्तर पर कुछ शिकायतें प्राप्त हुईं थीं कि, GVK कंपनी 102 और 108 एम्बुलेंस का संचालन पूरे प्रदेश में करती है. इनके द्वारा कुछ फर्जी कॉल कराई जाती है और ज्यादा बिल बनाकर वसूला जाता है. इस तरह की कुछ शिकायतें हैं. वेरिफिकेशन के लिए भेजा गया है. पहले डेटा वेरीफाई हो जाए. 108 का करीब 17 हजार डेटा है और लगभग इतना ही डेटा 102 का है जिसका वेरिफिकेशन करने के लिए हमारे पास भेजा गया है. वेरीफाई करवाने का प्रयास कर रहे हैं कि वास्तव में ये सही लाभर्थी थे या ये फर्जी लाभार्थी बताकर क्लेम किया गया है.
सीएमओ ने बताया, अभी जांच चल रही है और हम कोशिश कर रहे हैं कि पहले 108 का डेटा वेरिफिकेशन खत्म कर लें. इनमें काफी कॉल ऐसी भी हैं जो कोई उठा नहीं रहा है या नॉट रिचेबल जा रही है या नंबर ऑफ है. वहीं कुछ कॉल ऐसी भी हैं जो बता रहे हैं कि हमनें 108 एम्बुलेंस का यूज किया था लेकिन कुछ ऐसी भी आ रही है जो लग रहा है कि उन्होंने एम्बुलेंस का उपयोग नहीं किया. पूरी तस्वीर वेरिफिकेशन होने के बाद ही सामने आ पाएगी.
UP: जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा में पुलिस का कड़ा एक्शन, अबतक 227 लोग गिरफ्तार