Uttar Pradesh News: बुलंदशहर (Bulandshahr) जिले के गुलावठी थाना इलाके में रविवार देर रात उत्तर प्रदेश विशेष कार्यबल (एसटीएफ) (STF) और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में मुठभेड़ के दौरान सवा लाख रुपये के इनामी बदमाश साहब सिंह को मार गिराया गया. अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया रविवार देर रात थाना गुलावठी पुलिस (Bulandshahr Police) और एसटीएफ की संयुक्त टीम की एक अपराधी के साथ मुठभेड़ (Police Encounter) हुई, जिसमें एक बदमाश मारा गया. उन्होंने बताया कि उसकी शिनाख्त फिरोजाबाद जिला निवासी कुख्यात बावरिया गिरोह के सदस्य साहब सिंह उर्फ सुनील सिंह के तौर पर हुई है.


उत्तर प्रदेश विशेष कार्य बल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) (नोएडा यूनिट) कुलदीप नारायण ने बताया कि कुख्यात बदमाशों की धरपकड़ के लिए एसटीएफ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजकुमार मिश्रा के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई थी. उन्होंने बताया, ‘‘रविवार रात को टीम को सूचना मिली कि किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के इरादे से बुलंदशहर जिले के गुलावठी थाना क्षेत्र में कुछ बदमाश आ रहे हैं. सूचना के आधार पर एसटीएफ ने पुलिस के साथ मिलकर जांच शुरू की. इस दौरान पुलिस को कुछ बदमाश आते दिखे. जब उन्हें रुकने का इशारा किया गया तो वे पुलिस पर गोली चलाते हुए भागने लगे.’’


दर्ज थे डकैती-हत्या जैसे गंभीर मामले
कुलदीप नारायण ने बताया कि पुलिस की जबाबी कार्रवाई में गोली लगने से एक बदमाश घायल हो गया जिसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बदमाश पर गोंडा जिले से संबंधित एक मामले में एक लाख रुपये का इनाम तथा बुलंदशहर के एक मामले में 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था. उसके ऊपर अब तक छह मुकदमों की जानकारी मिली है, जिसमें डकैती और डकैती के दौरान हत्या जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं. कुमार ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बदमाश के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.


डकैती और 5 लोगों की हत्या का आरोप
गोंडा से मिली खबर के अनुसार बुलंदशहर पुलिस और एसटीएफ के संयुक्त अभियान में मारे गए इनामी बदमाश साहब सिंह पर गोंडा के नगर कोतवाली में वर्ष 2001 में दर्ज मुकदमे में एक लाख रुपये का इनाम था. उस पर डकैती के दौरान पांच लोगों की हत्या और आठ लोगों को घायल करने का आरोप था. गोंडा के पुलिस (एसपी) अधीक्षक आकाश तोमर ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के मेवातियान मोहल्ले के न्यू कालोनी में 18 अगस्त 2001 को प्रातः साढ़े आठ बजे मुहम्मद अख्तर सिद्दीकी के यहां अज्ञात बदमाशों द्वारा डकैती डाला गया. उन्होंने बताया कि विरोध करने पर वादी के पिता व चार अन्य (कुल पांच) लोगों को जान से मार दिया था. घटना में परिवार के आठ अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इस सम्बंध में स्थानीय थाने पर मामला दर्ज किया गया, जिसकी जांच तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक हीरा सिंह द्वारा की गयी.


विवेचना के दौरान 10 अभियुक्तों का नाम प्रकाश में आया, जिसमें छह अभियुक्त 30 जनवरी 2001 को एक मुठभेड़ में थाना बक्शा (जौनपुर) में मारे गये थे. एक अभियुक्त को 24 फरवरी, 2019 को थाना साहिबाबाद (गाजियाबाद) पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. शेष फरार तीन अभियुक्तों साहब सिंह, सुरेश प्रभू व महावीर बावरिया की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक गोंडा द्वारा 24 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया था. इसके बाद इसे बढ़ाकर उप महानिरीक्षक ने 50 हजार और अपर पुलिस महानिदेशक स्तर से साहब सिंह के ऊपर इनाम की राशि बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी गयी थी.


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