बुलंदशहर, एबीपी गंगा। 3 दिसंबर 2018 को स्याना हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध के साथ हिंसा में मारे गए युवक सुमित के परिजन अभी तक सीएम द्वारा की गई घोषणा और सीबीआई जांच के आदेश न होने से खफा है। मृतक सुमति के पिता अमरजीत सिंह ने आगामी 3 दिसंबर 2019 (स्याना हिंसा के एक साल पूरे होने के दिन) को सुमित की पहली पुण्य तिथि पर धर्म परिवर्तन व आत्महत्या की चेतावनी शासन प्रशासन को दी है।


दरअसल, सुमित की मौत 3 दिसंबर 2018 को स्याना हिंसा में बवाल के दौरान चिंगरावटी गांव में हुई थी। इसी हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को भी दंगाइयों ने मार दिया था। सरकार ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को शहीद का दर्जा भी दिया और आर्थिक सहायता के तौर पर भारी-भरकम राशि भी दी, तभी से ही मृतक सुमित के परिजन सरकार से मांग कर रहे हैं कि सुमित को शहीद का दर्जा दिया जाए और जितनी धनराशि इंस्पेक्टर सुबोध के परिजनों को सरकार ने दी है सुमित के परिजनों को भी आर्थिक सहायता के तौर पर धनराशि दी जाए।


मृतक सुमित के पिता से इस बाबत प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी वार्ता की थी और मृतक सुमित की पिता की मानें तो उन्हें आश्वासन दिया गया था कि प्रकरण की सीबीआई जांच कराई जाएगी साथ ही उनको सभी आर्थिक सहायता दी जाएगी लेकिन 10 महीने बाद भी अभी तक कोई आर्थिक सहायता न मिलने पर और न ही मृतक सुमित को शहीद का दर्जा दिए जाने पर उनके परिजनों में रोष है।


मृतक के पिता ने अपनी निजी जमीन पर मृतक सुमित की प्रतिमा को स्थापित कर दिया और उस स्थल को गौ रक्षक वीर शहीद चौधरी सुमित दलाल धाम का नाम दे दिया है। अमरजीत का कहना है कि यदि सरकार ने अपने किए हुए वादों पर अमल नहीं किया तो सुमित की पहली पुण्यतिथि यानि 3 दिसम्बर 2019 और स्याना हिंसा एक वर्ष होने पर धर्म परिवर्तन कर आत्महत्या कर लेंगे। अमरजीत के इस घोषणा से शासन प्रशासन में हड़कंप मचा है।



वहीं, स्याना SDM सुभाष सिंह इस बाबत कैमरे पर अभी तो कुछ नहीं बोल रहे है लेकिन दबी जुबान से कह रहं हैं कि सभी कुछ शासन स्तर पर होना है। शासन से जो भी घोषणा कि जायेगी तो उस पर अमल किया जायेगा।