UP News: वाराणसी (Varanasi) में महात्मा गांधी, आचार्य विनोबा भावे और जयप्रकाश की विरासत पर शनिवार को बुलडोजर चल गया. राजघाट इलाके में सर्व सेवा संघ महात्मा गांधी, आचार्य विनोबा भावे और जयप्रकाश की वैचारिक विरासत के तौर पर पहचाना जाता है. 10 घंटे में सर्व सेवा संघ के 20 भवन को जमींदोज कर दिया गया. ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा. सर्व सेवा संघ के भवन को ध्वस्त किए जाने पर राजनीति तेज हो गई है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव (SP Chied Akhilesh Yadav) ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है.
बुलडोजर की कार्रवाई पर क्या बोले अखिलेश यादव?
अखिलेश यादव ने कहा कि सर्व सेवा संघ के भवन पर बुलडोजर चलवाकर बीजेपी सरकार का जीत समझना दरअसल हार है. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी, आचार्य विनोबा भावे और जयप्रकाश के विचार देश की हवा में बुनियादी रूप से घुले-मिले हैं, ऐसे में महानुभावों की नींव को कोई क्या हिला पाएगा.
'गांधी, भावे और जेपी की नींव को कोई हिला पाएगा'
बता दें कि सर्व सेवा संघ 13 एकड़ के परिसर में फैला हुआ है. 22 जुलाई को सर्व सेवा संघ भवन और परिसर खाली कराया गया था. उत्तर रेलवे सर्व सेवा संघ भवन की जमीन पर मालिकाना हक जताता है. जिलाधिकारी एस. राजलिंगम की कोर्ट ने उत्तर रेलवे के पक्ष में फैसला सुनाया था. 27 जून को सर्व सेवा संघ की जमीन को खाली करने का नोटिस जारी किया गया. सर्व सेवा संघ के पदाधिकारियों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. सुप्रीम कोर्ट से भी सर्व सेवा संघ को राहत नहीं मिली.
शनिवार को रेलवे अधिकारी, जिला प्रशासन की टीम, रेलवे सुरक्षा बल और भारी पुलिस मौके पर बुलडोजर लेकर सर्व सेवा संघ की इमारत को ध्वस्त करने पहुंच गई. बुलडोजर की कार्रवाई शुरू होने से पहले सर्व सेवा संघ के पदाधिकारियों ने विरोध किया. प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने के बाद ध्वस्तीकरण की कार्रवाई चलाई गई.