Bundelkhand News: बुंदेलखंड को कई मानों में पिछड़ा माना जाता था. लेकिन सरकार की नजर बुंदेलखंड पर बनी हुई है. जिसके चलते इस क्षेत्र के विकास को रफ्तार देने के लिए सरकार ने 425 करोड़ रुपए की सौगात दी है ,विकास के क्षेत्र में बुंदेलखंड बहुत पिछड़ा माना जाता था. यहां पानी और उपजाऊ भूमि दोनों की मार यहां रहने वालों को झेलनी पड़ती थी, लेकिन विकास की राह में सरकार के कदम यहां संजीवनी बनकर साबित हो रहे हैं.



यूपी बजट में मिले बुंदेलखंड को 425 करोड़ की सौगात से ये बिजनेस हब के रूप में निकलकर सामने आयेगा, और विकास से ये चमक जायेगा सरकार बजट में दिए गए पैसों से इस क्षेत्र में कृषि, औद्योगिक, शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा साथ ही यहां सौर ऊर्जा को लेकर 4000 मेगावाट के सोलर पार्क का भी काम किया जा रहा है. वहीं  सीनियर सिटीजन की श्रेणी में आने वाले  छोटे किसानों को पेंशन का सबसे ज्यादा फायदा बुंदेलखंड क्षेत्र के किसानों को मिलेगा ,तपोभूमि के नाम से जानी जाती है.

बुंदेलखंड ग्रंथों और इतिहास में दर्ज है बुंदेलखंड का नाम 13 जिलों से मिलकर बना बुंदेलखंड उत्तर प्रदेश के 7 और मध्य प्रदेश के 6 जिलों का मिला जुला समूह है ,वैसे तो बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का काम तो कनेक्टिविटी को लेकर तेज है.  लेकिन नोएडा और ग्रेटर नोएडा की तर्ज पर अब इसे भी बनाने की तैयारी की जा रही है. यहां टाउनशिप भी बनाई जाएगी जैसे की नोएडा या अन्य मेट्रो पोलिटीन सिटी में देखने को मिलता है पिछड़ा कहा जाने वाले बुंदेलखंड बदलेगा.

क्या बुंदेलखंड को मिला चुनावी बजट?
बुंदेलखंड को मिले बजट को जगह चुनावी बजट भी कहा जा रहा है क्योंकि लोकसभा चुनाव से पहले दी जाने वाली बड़ी बड़ी सौगातें जनता और सरकार के बीच स्थापित किए जाने वाले संबंधों की प्रक्रिया भी कही जा सकती है, क्योंकि हर बार विपक्ष ने सरकार को बुंदेलखंड के अधूरे विकास और पिछड़ेपन पर कई बार घेरा भी है, और चुनाव से पहले सरकार इस बजट से विपक्ष को विकास के मुद्दे पर घेरने नहीं देना चाहती है.


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