Bundelkhand Expressway: इटावा में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर अभी तक नहीं पूरा हुआ दो पुलों का निर्माण, प्रशासन के लिए बना सिरदर्द
Bundelkhand Expressway: जुलाई के दूसरे हफ्ते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन होना प्रस्तावित है, जिसमें अब केवल एक हफ्ते का समय बचा है.
Bundelkhand Expressway: बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway) को जुलाई के दूसरे हफ्ते में शुभारंभ करने की योजना है, लेकिन इटावा (Etawah) में पड़ने वाले 15 किलोमीटर के एक्सप्रेस-वे के किमी नंबर 286 और 291 पर दो बड़े निर्माणाधीन पुल प्रशासन के लिए सिरदर्द बने हुए हैं. अभी इन पुलों पर लेंटर भी नहीं पड़ा है. इसकी वजह से अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी (Awanish Awasthi) दो हफ्ते में इटावा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माणधीन पुलों का तीन बार दौरा कर चुके हैं.
वहीं पुल बनाने वाली कंपनी दिलीप बिल्डकॉन के कर्मचारियों के साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारी एक हफ्ते के अंदर सभी अधूरे कामों को पूरा करने का दावा कर रहे हैं, लेकिन बरसात का मौसम और अधूरे पड़े कामों को देख ऐसा होना मुश्किल लग रहा है. गौरतलब है कि जुलाई के दूसरे हफ्ते में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन होना प्रस्तावित है, जिसमें अब केवल एक हफ्ते का समय बचा है. ऊपर से मानसून की बारिश होने के चलते निर्माणाधीन दो बड़े पुल का काम अधूरा पड़ा है.
अभी दोनों पुलों पर नहीं पड़ सका है लेंटर
यूपी के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी की ओर से बीते मंगलवार तक इन दोनों पुल पर लेंटर डालने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन अभी तक दोनों पुलों पर लेंटर नहीं पड़ सका है. किलोमीटर 291 और 286 के निर्माणाधीन पुलों के दोनों ही तरफ अभी तक लेंटर नहीं पड़ पाया है. केवल एक साइड सरियों का जाल ही बिछ सका है. बरसात का मौसम आने के चलते मिट्टी डालने का कार्य भी प्रभावित हो रहा है. लेंटर पड़ने के बाद इसे सूखने में एक हफ्ते का समय लगता है, उसके बाद पुल और सड़क को मिलाने के लिए एप्रोच बनाई जाती है, जिसमें भी काफी समय लगता है.
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औरैया में पड़ता है एक्सप्रेस-वे का 30 किलोमीटर
ऐसे में देखकर लगता है कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का काम पूरा होना बेहद मुश्किल है, जिसके लिए जिला प्रशासन पूरी ताकत लगाए हुए हैं. मौके पर काम कर रहे दिलीप बिल्डकॉन के कर्मचारी ने एबीपी गंगा से बात करते हुए अधूरे पड़े काम को पूरा होने का दावा किया. इटावा और औरैया में पड़ने वाले 45 किलोमीटर के एरिया के काम को पूरा करने की जिम्मेदारी दिलीप बिल्डकॉन को दी गई है. किलोमीटर 250 से 280 तक 30 किलोमीटर का हिस्सा औरैया में है तो 280 से 295 यानी 15 किलोमीटर का हिस्सा इटावा जिले में आ रहा है.
अधिकारी को भी काम पूरा होने की नहीं है उम्मीद
इस 15 किलोमीटर में छोटे-बड़े पुलों की संख्या 20 से 25 बताई जा रही है, जिसमें कार्यदायी संस्था के प्रशासनिक अधिकारी सचिन जैन दावा कर रहे हैं कि सभी पुलों पर काम पूरा कर लिया गया है, लेकिन जिस तरह इटावा के ताखा इलाके में ही दो पुल किलोमीटर संख्या 286 और 291 पर दो बड़े पुल पर काम अधूरा पड़ा हुआ है. इसे देखकर लग रहा है कि शायद ही जुलाई के दूसरे हफ्ते तक कार्य पूरा हो सके. प्रशासनिक अधिकारी सचिन जैन ने खुद इस बात को माना है कि उद्घाटन तक यदि बारिश प्राकृतिक आपदा बनकर सामने नहीं आई, तब भी इन दोनों की एक ही साइड पूरी हो सकेगी.
इटावा के एडीएम ने कही ये बात
इस बीच अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी शुक्रवार देर रात 2:30 मिनट पर इटावा पहुंचे और इन दो बड़े पुलों का निरीक्षण किया, लेकिन जिस तरह इन दो बड़े पुलों पर कार्य अधूरा पड़ा है, उसे देखकर इटावा से लेकर लखनऊ तक के अधिकारियों के होश उड़े हुए हैं. इटावा के ताखा इलाके के गांव कुदरेल में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जा रहा है. मामले को लेकर इटावा के अपर जिलाधिकारी जय प्रकाश सिंह ने भी दावा किया कि आने वाले 1 हफ्ते में निर्माणाधीन पुलों का कार्य पूरा कर दिया जाएगा.
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