Bundelkhand News: हमीरपुर ज़िले की मौदहा तहसील में गंभीर हालत में चार मजदूर अपने घर पहुंचे. मजदूर बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे पर काम करते हैं. रात के समय जब मजदूर पानी पीने के लिए कैम्प ऑफिस गए थे, तभी वहां उन्हें चोर समझ कर पकड़ लिया गया और रात भर लाठी डंडों से पीटा गया. जैसे तैसे चारों ने गांव के लोगों को सूचना दी तो लोग उन्हें छुड़ा कर लेकर आए हैं. छोड़ते वक़्त कैम्प के लोगों ने कागज़ों में मजदूरों के साइन लिए और साथ ही आधार कार्ड भी छीन लिया है.
क्या है पूरा मामला?
बेरहमी से पीटे गए चारों मजदूर मौदहा कोतवाली क्षेत्र में खंडेह गांव के रहने वाले हैं, जो बीते डेढ़ महीने से बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे पर मजदूरी करते हैं. पीड़ित शुभम यादव, इक्षाराम सैनी, राजेन्द्र और सोनू ने बताया कि वो लोग अलग अलग सेक्शन में कई ग्रुप एक्सप्रेसवे पर काम करते हैं. रात में यह चारों लोग मेन कैम्प में पानी पीने चले गए, तभी इन्हें चोर समझ कर पकड़ लिया गया और बंधक बना कर रात भर पिटाई की गई है. पीड़ितों ने बताया की इनको पीटने वालों की तादाद 40 से 50 लोगों के बीच थी जिन्होंने पीटते वक़्त इनका वीडियो भी बनाया है और जबरन चोरी न करने की बात कहलवाई है.
गांव वालों के लोगों ने छुड़ाया
मौदहा कोतवाली क्षेत्र में खंडेह गांव के रहने वाले मजदूरों ने जैसे तैसे इसकी सूचना अपने परिजनों तक पहुंचाई तो कुछ लोग इनको छुड़ा कर लाए हैं और तहसील पहुंचे हैं. पीड़ितों के परिजन दीपक सोनी राज सोनी ने बताया कि कैम्प में जिन लोगों ने लड़कों को पीटा है, उनमें से दो लोगों को वह पहचानते हैं, जिसमें एक अभय और दूसरा अजीत है जिनके साथ और भी दर्जनों लोग थे. जिन्होंने रात भर लाठी डंडों से पीटा है और छोड़ते टाइम सभी के आधार कार्ड छीन लिए और सादे कागजों में दस्तखत करा लिए हैं. पीड़ितों ने मौदहा कोतवाली पुलिस को पीटने वालों के खिलाफ तहरीर दे दी है, जिसपर पुलिस जांच पड़ताल करने में जुट गई है. सीओ मौदहा विवेक यादव का कहना है कि जांच की जा रही है. जल्द ही वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी.
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