Burqa Rampwalk Controversy: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में एक कॉलेज की लड़कियों ने बुर्का और हिजाब पहनकर रैंप वॉक किया था. इसका वीडियो सोशल वायरल होने के बाद बवाल मच गया. इस वीडियो पर समाजवादी पार्टी के सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur Rahman Barq) के बयान के बाद सियासत और तेज हो गई है. 


बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी (Satyadev Pachauri) ने सपा सांसद के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि शफीकुर्रहमान बर्क की मानसिकता ऐसी है कि वो आज भी 12वीं सदी में जी रहे हैं. जब देश में राजतंत्र और कट्टरपंथी लोगों का बोलबाला था वही सोच उनकी अभी भी है. उन्होंने कहा कि आज जमाना बदल चुका है, आज धार्मिक स्वतंत्रता है हर व्यक्ति की भी स्वतंत्रता है. आप पर्दा कराना चाहते हैं पर कोई भी मुस्लिम बहन पर्दे में नहीं रहना चाहती, पर्दे में वही हैं जो अशिक्षित हैं. कोई भी शिक्षित को देखिए वो स्वतंत्र होकर रहना पसंद करता है. 


'सस्ती लोकप्रियता के लिए देते हैं बयान'
बीजेपी सांसद ने कहा कि ऐसा बोलने से लगता है कि लोगों के मन में कट्टरता के भाव पैदा करके एक सामाजिक विद्वेष पैदा करना चाहते हैं. ये संकीर्ण विचारों वाले लोग हैं. कोई भी मुस्लिम या कोई भी धर्मगुरु उनकी बात नहीं मानता. जनता भी इन्हें तिरस्कृत कर चुकी है. बर्क सस्ती लोकप्रियता के लिए इस तरह के बयान देते हैं.


ओवैसी को बताया मार्केट में बिकने वाला नेता
वहीं बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी ने ओवैसी को लेकर कहा कि वो मार्केट में बिकने वाले नेता हैं. बीजेपी को हराने के लिए दूसरी पार्टियां ओवैसी को खरीद लेती हैं. वो कभी केसीआर के साथ बिक जाते हैं तो कभी कांग्रेस के साथ. तेलंगाना की जनता बीजेपी को स्वीकार कर रही है, जिससे ओवैसी भयभीत है. मजहब के आधार पर राजनीति करने वालों को भारत की जनता स्वीकार नहीं करती.


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