भोपाल: मध्यप्रदेश के सीधी जिले में मंगलवार सुबह पुल से नहर में गिरी बस के यात्रियों को बचाने के लिए वहां मौजूद एक बच्ची सहित पांच स्थानीय बच्चों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर गहरे पानी में छलांग लगा दी और सात लोगों को खींच कर बाहर लाने में सफल रहे. हालांकि उनमें से एक की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई लेकिन छह यात्री सुरक्षित हैं.


मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट सहित कई लोगों ने शिवरानी लोनिया सहित 16 से 22 साल के इन बच्चों की बहादुरी की प्रशंसा की है.  सीधी के कलेक्टर चौधरी ने  कहा, ‘शिवरानी लोनिया, उसके भाई लवकुश लोनिया एवं तीन अन्य लड़कों ने इस बस हादसे के बाद सात लोगों को नहर के पानी से बाहर निकाला. लेकिन, उनमें से एक यात्री ने बाद में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.’


चौधरी ने बताया कि बाकी छह यात्री सुरक्षित हैं. इन सभी की जान पांचों बच्चों ने बचाई है. उन्होंने बताया, ‘यात्रियों को बचाने वाले इन पांचों बच्चों की उम्र 16 से 22 साल के बीच की है और पांचों बच्चे लोनिया परिवार के हैं.’ चौधरी ने बताया कि इस नहर में करीब 25 फुट गहरा पानी था और नहर के किनारे बहुत ज्यादा ढ़लान भी थी, ऐसे में बच्चों ने लोगों की जान बचाकर बहुत बहादुरी का काम किया है.


मुख्यमंत्री चौहान ने ट्वीट किया, ‘परहित सरिस धर्म नहिं भाई' बेटी शिवरानी के साहस को प्रणाम करता हूं. अपनी जान की परवाह नहीं करते हुए इस बेटी ने सीधी में घटनास्थल पर नहर में छलांग लगाकर दो नागरिकों की जान बचाई है. मैं बेटी को धन्यवाद देता हूँ। पूरे प्रदेश को आप पर गर्व है.’


वहीं, घटनास्थल पर पहुंचकर प्रदेश के जल संसाधन मंत्री सिलावट ने शिवरानी से मुलाकात की और उसके इस कार्य के लिए उसकी खूब तारीफ की. सिलावट ने शिवरानी से कहा, ‘पूरी सरकार जिंदगी भर आपकी ऋणी रहेगी.’ शिवरानी ने बताया, ‘जब यह बस नहर में गिरी, उस वक्त मैं और मेरा भाई नहर के पास ही खड़े थे. हमने जैसे ही इस बस को नहर में गिरते देखा, तो मैंने और मेरे भाई ने अपनी जिंदगी की परवाह नहीं करते तुरंत नहर में उनको बचाने के लिए छलांग लगा दी और दो लोगों को बचाया.’


सीधी क्षेत्र की भाजपा सांसद रीती पाठक एवं सीधी जिले के पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत ने भी शिवरानी सहित इन पांचों बच्चों की बहादुरी की सराहना की है. कुमातन ने कहा, ‘ये बच्चे पास के गांव के ही हैं और तैरना जानते हैं.’ सिलावट ने इस बस दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया और मौके पर रहकर बचाव और राहत कार्य की निगरानी की. मध्यप्रदेश के पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार) रामखिलावन पटेल भी उनके साथ में थे.


मालूम हो कि मध्यप्रदेश के सीधी जिले में रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र में यात्रियों से भरी यह बस मंगलवार सुबह पुल से नहर में गिर गई, जिससे 16 महिलाओं एवं एक बच्चे सहित 37 लोगों की मौत हो गई. वहीं, हादसे में सुरक्षित बचे सात लोगों में से छह की जान पांच स्थानीय बच्चों ने बचाई है.