UP By-election Result: मैनपुरी लोकसभा और रामपुर-खतौली विधानसभा सीटों के नतीजे आज, शुरू हो गई है वोटों की गिनती
UP Polls Results 2022: कांग्रेस और बसपा ने उपचुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं ऐसे में तीनों सीटों पर सीधा मुकाबला बीजेपी और सपा गठबंधन के बीच है.
UP By-election Results 2022 Live: हाईप्रोफाइल यूपी की मैनपुरी लोकसभा सीट (Mainpuri By-election) हुए उपचुनाव की मतगणना आज यानी गुरुवार को हो रही है. मैनपुरी संसदीय सीट पर मुख्य मुकाबला समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच है. उत्तर प्रदेश की रामपुर (Rampur by-election) खतौली (Khatauli by-election) विधानसभा सीट के नतीजों की घोषणा भी आज होगी. मैनपुरी सीट पर उपचुनाव समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के अक्टूबर में निधन के कारण हो रहा है. रामपुर सदर सीट सपा नेता आजम खान को अयोग्य ठहराए जाने के कारण खाली हुई थी. मुलायम सिंह यादव की बड़ी बहू और पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव मैनपुरी से उम्मीदवार हैं जबकि मुलायम के भाई शिवपाल सिंह यादव के पूर्व विश्वस्त रघुराज सिंह शाक्य इस सीट से बीजेपी प्रत्याशी हैं.
सपा-बीजेपी में सीधा मुकाबला
इस साल की शुरुआत में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में हार और जून के उपचुनावों में आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी से मिली शिकस्त के बाद मैनपुरी में जीत अखिलेश यादव को कुछ सांत्वना प्रदान कर सकती है. कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने उपचुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं ऐसे में तीनों स्थानों पर सीधा मुकाबला बीजेपी और समाजवादी पार्टी तथा उसकी सहयोगी राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के बीच है. नफरत फैलाने वाले भाषण को लेकर अप्रैल 2019 में दर्ज एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद रामपुर से विधायक आजम खान को तीन साल कैद की सजा दी गई थी जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें अयोग्य ठहरा दिया था.
रामपुर में कम हुआ मतदान
विभिन्न मामलों में दो साल से ज्यादा समय तक जेल में रहने के बाद समाजवादी पार्टी का ‘मुस्लिम चेहरा’ माने जाने वाले खान ने असीम राजा के लिये वोट मांगे और कहा कि उनके (खान के) साथ बीजेपी सरकार ने अन्याय किया है. सोमवार को इस सीट पर हुए मतदान का प्रतिशत कम रहा. बीजेपी ने खतौली सीट जीती थी और रामपुर सीट सपा के पास थी. उपचुनावों के नतीजों से केंद्र या राज्य सरकारों पर कोई असर नहीं होगा, क्योंकि सत्तारूढ़ दलों के पास पर्याप्त बहुमत है.
खतौली में बीजेपी-रालोद गठबंधन
खतौली में बीजेपी राजकुमारी सैनी को मैदान में उतार कर इस सीट को बरकरार रखने की कोशिश कर रही है. खतौली पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों का केंद्र था. वह विक्रम सिंह सैनी की पत्नी हैं, जिन्हें 2013 के दंगों के एक मामले में जिला अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने और दो साल कैद की सजा के बाद विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था. रालोद ने यहां से मदन भैया को अपना उम्मीदवार बनाया है.