बिजनौर, एबीपी गंगा। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रविवार को अचानक बिजनौर को नहटौर पहुंची। नागरिकता कानून को लेकर हुई हिंसा में मारे गये लोगों के परिजनों से मुलाकात की। शुक्रवार को भड़की हिंसा में जिले के नजीबाबाद नहटौर और शहर क्षेत्र के काफी जगह पर उपद्रवियों द्वारा आगजनी और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया था। इस घटना में जनपद के नहटौर क्षेत्र में दो लोगों की गोली लगने से मौत हो गई थी। साथ ही तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
बिजनौर के नहटौर क्षेत्र में 20 दिसंबर को हुई हिंसा के दौरान चली गोली में अनस और सुलेमान नाम के व्यक्ति की मौत हो गई थी। जबकि इस घटना में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस घटना को लेकर प्रियंका गांधी ने आज मृतकों के घर पर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी। तो वही परिवार वालों से इस पूरे मामले पर बातचीत की।
प्रियंका गांधी ने बताया कि यह बिल देश हित में नहीं है। जीडीपी इतनी नीचे कभी भी नहीं गई। इस घटना में जो लोग मरे हैं, वह बहुत अजीब परिस्थितियों में हैं। इस पूरी घटना की जांच होनी चाहिए। मृतकों के परजिनों के मुताबिक वे जब मुकदमा लिखवाने के लिए थाने गए तो पुलिस ने उल्टा ही परिवार वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की बात कहकर उन्हें वहां से भगा दिया। साथ ही इस बिल को लेकर प्रियंका गांधी ने कहा कि झोपड़ी, झुग्गी में रहने वाले लोग इन्हें 1971 का कागज कहां से लाकर दिखाएंगे। उधर प्रधानमंत्री और सरकार के बारे में बताया कि इन्हें विरोध सुनने की आदत नहीं है।