कानपुर, एबीपी गंगा। नागरिकता संशोधन कानून पर विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। कानपुर में शुक्रवार को हुये बवाल के बाद आज फिर शहर में उग्र प्रदर्शन हुआ।    शनिवार को यतीमखाना इलाके में विरोध प्रदर्शन हुआ। इस दौरान यतीमखाना चौराहे पर जुट रही भीड़ के रोकने के लिये पुलिस जैसे ही आगे बढ़ी प्रदर्शनकारियों ने उन पर पत्थर फेंकने शुरु कर दिये। इस बीच प्रदर्शन में शामिल कुछ लोगों ने बेकनगंज थाने की यतीमखाना पुलिस चौकी फूंक दी। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने उपद्रवियों पर आंसू गैस के गोले भी दागे। हवाई फायरिंग की। भीड़ ने भी पुलिस पर पथराव और तमंचों से फायरिंग की। उपद्रवियों के हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। फिलहाल इलाके में तनाव है। भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है।


इस हिंसक प्रदर्शन को दौरान एक पुलिसकर्मी गोली लगने से घायल हो गया। इलाज के लिये उसे अस्पताल में भर्ती किया गया है। जानकारी के मुताबिक देर शाम तक उपद्रवी घरों और गलियों से छिपकर पत्थरबाजी करते रहे।


आपको बता दें कि शुक्रवार को हुये हिंसक प्रदर्शन में दो लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस ने आज पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव उनके परिजनों को सौंप दिये। इससे पहले पोस्टमार्टम हाउस में एडीजी से झड़प के बाद सपा विधायक को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।


गौरतलब है कि CAA के विरोध में शुक्रवार को शहर में कई जगह प्रदर्शन हुये थे। इस दौरान तोडफ़ोड़, आगजनी और फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई थी और करीब एक दर्जन लोग घायल हुये थे। वहीं दो सीओ, दो दारोगा समेत सात पुलिस कर्मी घायल हुए थे। घायलों को एलएलआर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुलिस ने बिल्हौर नगर पालिका अध्यक्ष समेत पचास से ज्यादा उपद्रवियों को हिरासत में लिया था। पुलिस ने देर रात उपद्रवियों की तलाश में दबिश भी दी थी। हालात पर काबू करने के साथ चप्पे चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात की गई है। शनिवार की सुबह पोस्टमार्टम हाउस में भारी संख्या में भीड़ रही।


शुक्रवार को हुए बवाल को लेकर सपा नेताओं ने डीएम से मुलाकात की। सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी, इरफान सोलंकी, पूर्व विधायक मुनींद्र शुक्ला व लाल सिंह तोमर, सपा नगर अध्यक्ष मुईन खान समेत चंद्रेश सिंह, हसन रुमी, मिंटू यादव सरताज अनवर शनिवार की सुबह डीएम के कैंप कार्यालय पहुंचे। सपा नेताओं ने डीएम से मांग करते हुए कहा कि घटना में हुई प्रशासनिक चूक की जांच होनी चाहिये। इसके साथ घटना की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जानी चाहिये। निर्दोष लोगों को कतई परेशान नहीं किया जाए। उन्होंने डीएम से कहा कि वह लोग अमन-चैन की बहाली के लिए लोगों से मिलने जाना चाहते हैं। उनके साथ पुलिस की टीम भेजी जाए ताकि किसी भी सपाई पर भड़काने का आरोप न लगे।