बुलंदशहर, एबीपी गंगा। नागरिकता कानून के विरोध में हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से एक ऐसी खबर सामने आई है जो लोगों के लिए नजीर बन गई है। बुलंदशहर में हुई हिंसा के दौरान सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान पर लोगों ने दुख जताया है और खुद डीएम को 6.27 लाख रुपये का डिमांड ड्राफ्ट सौंपा है। इतना ही नहीं लोगों ने फिर कभी इस क्षेत्र में हिंसा नहीं होने देने का भी प्रशासन से वादा किया है।


मुस्लिम समुदाय के प्रबुद्ध लोगों ने जिला प्रशासन को बीते सप्ताह नमाज के बाद शहर में हुई हिंसा से हुए नुकसान की भरपाई के रूप में 6 लाख रुपये से अधिक का चेक सौंपा है। बता दें कि उपरकोट क्षेत्र में 20 दिसंबर को हिंसक प्रदर्शन के दौरान बड़े पैमाने पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा था।


बुलंदशहर में हुई हिंसा में प्रशासन का एक वाहन जल गया था और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। पुलिस ने मामले में तीन एफआईआर दर्ज की हैं, जिसमें हिंसा के लिए 22 लोगों को नामजद किया गया है और इसमें 800 अज्ञात लोग भी शामिल हैं। पार्षद हाजी अकरम अली ने एक वीडियो बयान में कहा, 'पूरे समुदाय ने एकजुट होकर फंड में योगदान दिया। एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने कहा, 'यह एक सकारात्मक कदम है। इसने हमें दंगाइयों को नुकसान की भरपाई के लिए नोटिस भेजने की लंबी प्रक्रिया से बचा लिया है।'



गौरतलब है कि, सीएए के विरोध की आड़ में हुई हिंसा पर यूपी पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। उपद्रवियों की शिनाख्त और धरपकड़ जारी है और वसूली की दिशा में भी पुलिस-प्रशासन ने कदम बढ़ा दिए हैं। रामपुर में हुए बवाल में हुए 17 लाख के नुकसान की भरपाई के लिए 28 आरोपियों को नोटिस जारी किए गए हैं। इसी तरह लखनऊ सहित अन्य स्थानों पर भी बड़े स्तर पर कार्रवाई की जा रही है। वीडियो फुटेज व तस्वीरों के जरिए हिंसा करने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई का सिलसिला जारी है।



गौरतलब है कि, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि राज्य में सरकारी संपत्ति को जिसने नुकसान पहुंचाया है उसकी संपत्ति जब्त की जाएगी और इसी संपत्ति को बेचकर इस नुकसान की भरपाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा था कि ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है। योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी पार्टियों पर राज्य में हिंसा फैलाने का आरोप भी लगाया था।