नई दिल्ली, एबीपी गंगा। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) पर हो रहा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। सीएए को लेकर हो रहे प्रदर्शन के बीच मेरठ के एसपी सिटी के वायरल वीडियो ने नया बवाल खड़ा कर दिया है। जिसको लेकर यूपी की पू्र्व मुख्यमंत्री और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने पुलिस पर सवालिया निशान उठाया है। उन्होंने ट्वीटकर मेरठ के एसपी सिटी के प्रदर्शनकारियों के लिए इस्तेमाल शब्दों की घोर निंदा की है।


उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में वर्षों से रह रहे मुसलमान भारतीय हैं ना कि पाकिस्तानी अर्थात् CAA/NRC के विरोध-प्रदर्शन के दौरान खासकर उत्तर प्रदेश के मेरठ SP सिटी द्वारा उनके प्रति साम्प्रदायिक भाषा/टिप्पणी करना अति निन्दनीय व दुर्भाग्यपूर्ण है।'





उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'ऐसे सभी पुलिसकर्मियों की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिये और दोषी होने के सही सबूत मिलने पर उनको तुरन्त नौकरी से बर्खास्त करना चाहिये। बीएसपी की यह मांग है।'





दरअसल, सोशल मीडिया पर मेरठ के एसपी सिटी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो सीएए के खिलाफ सड़क पर उतरे प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तान जाने की सलाह देते दिखाई दे रहे हैं। इस मामले के तूल पकड़े के बाद मेरठ के एडीजी और एसपी सिटी को भी सफाई देनी पड़ी।


वायरल वीडियो में क्या बोलते दिखे एसपी सिटी


सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये वीडियो 20 दिसंबर का है। जिसमें एडीएम सिटी अजय तिवारी और एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह हिंसा के दौरान भागते युवकों को ये कहते देखे गए कि.... 'जहां जाओगे, चले जाओ। हम ठीक कर देंगे। काली पट्टी बांधकर विरोध जता रहे हो, खाओगे यहां और गाओगे वहां का। याद रखना, मुझे सब याद रहता है।' इस वीडियो के वायरल होने के बाद मेरठ पुलिस ने अपनी सफाई में कहा कि कुछ प्रदर्शनकारी काली पट्टी बांधकर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि वहां की स्थिति बहुत खराब थी और पीएफआई व एडीपीआई के पम्पलेट बांटे जा रहे थे और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए जा रहे थे।


यह भी पढ़ें:


मेरठ: एसपी के वायरल वीडियो पर एडीजी ने दी सफाई...ऐसे हालात पर संयम रखें अधिकारी