Sanjay Nishad: 'गुरु मानते हैं तो श्रद्धा के लिए..', पैर दबवाने वाले फोटो पर मंत्री संजय निषाद ने दी सफाई
Sanjay Nishad News: कैबिनेट मंत्री संजय निषाद के कार्यकर्ताओं से पैर दबवाने की फोटो वायरल हो रही है, जिसे लेकर लोग सवाल कर रहे हैं. इस पूरे विवाद पर संजय निषाद ने सफाई दी है.
Sanjay Nishad On Viral Photo: योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद (Sanjay Nishad) का एक फोटो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें उनकी पार्टी के दो कार्यकर्ता उनके पैर दबाते हुए दिख रहे हैं, जिसे लेकर सोशल मीडिया (Social Media) यूजर्स कई तरह के सवाल उठा रहे हैं. वहीं कांग्रेस (Congress) पार्टी ने इस तस्वीर को लेकर उनपर तीखा हमला कर दिया और कहा कि 'मंत्री जी आंखों का पानी सूख गया है'. अब इस पूरे विवाद पर खुद संजय निषाद की सफाई सामने आई है.
संजय निषाद की जो तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, उसमें वो कुर्सी पर बैठे हुए हैं और टेबल पर उन्होंने पैर पसारे हुए हैं. दो कार्यकर्ता जमीन पर बैठकर उनके पैर दबा रहे हैं और मंत्री जी आराम से फोन में बिजी दिख रहे हैं. इस तस्वीर के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जनप्रतिनिधियों के व्यवहार को लेकर सवाल किए जाने लगे.
संजय निषाद की वायरल फोटो पर सफाई
कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने तमाम विवादों पर जवाब देते हुए कहा कि "मेरा समुदाय मुझे अपना राजनीतिक गुरु मानता है. मैंने मोदी जी, अमित शाह से लड़कर इनके लिए नीतियां बनवाई हैं. हमारे समाज को जगाया है, इसलिए जो पहले हाथी, साइकिल और पंजा वाले लोग इनके हिस्से की मलाई खा रहे थे ऐसे लोग अब हमारे साथ आ गए हैं. अब वो किसी भी दशा में कहीं रैली में जाते हैं तो झुककर पैर छूते हैं मना करने के बाद भी ऐसा करते हैं."
संजय निषाद ने कहा कि "हम जिला अध्यक्ष से बात कर रहे थे अब वो आकर बैठ गए और फोटो खींच लिया होगा. जो पैर दबाया वो तो फोटो खींचा नहीं है. अगर हमारी आईडी से ये फोटो वायरल हुआ या पार्टी से वायरल हुआ हो तो वो माना जाएगा. इसका मतलब कोई षडयंत्रकारी लोग हैं, किसी को भेज देते हैं वो फोटो ले लेते हैं.'' उन्होंने कहा कि "कौन ऐसा नहीं जो मुलायम सिंह यादव के पैर नहीं छूता था. आज अगर कोई किसी को अपना गुरू मानता है तो श्रद्धा के तौर पर वो किसी भी दशा में आ जाते हैं."
कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार
कांग्रेस के आरोपों पर संजय निषाद ने कहा कि कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए. हमने 70 साल तक उन्हें राज दिया और वो हमारे आरक्षण को खा गए. हमारी नौकरियों की फाइल तक गायब करा दी. हमारी बिरादरी की नौकरी सपा-बसपा को लुटा दी. आज हम अपने समाज को उनका हिस्सा दिला रहे हैं, इसलिए वो ऐसा कह रहे हैं.