रायबरेली. नहर विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही उस समय सामने आई जब दो दिन से कटी नहर गांव में तबाही मचा रही थी. इतना ही नहीं कोतवाली परिसर भी नहर के पानी से पूरी तरह जलमग्न हो चुका था. सूचना के काफी समय बाद नहर विभाग के कर्मचारी पहुंचे और बांधने के लिए मशक्कत करते रहे और जब तक कटान रोक पाते तब तक काफी तबाही मच चुकी थी. मामला लालगंज कोतवाली क्षेत्र के कोरिहरा गांव के पास का है.
जगह जगह से टूट गई सड़कें
लालगंज कोतवाली क्षेत्र के कोरिहर गांव के पास शारदा नहर खंड उन्नाव कट गया और रातों-रात पानी पूरे गांव में घुस गया. सुबह जब तक लोग कुछ समझ पाते और कटान रोकने के लिए कुछ उपाय ढूंढते, तब तक पानी लोगों के घरों व बाहर पानी भर चुका था. जिससे लोगों को बाहर निकलना मुश्किल हो रहा था. बहाव इतना तेज था कि गांव को जोड़ने वाली सड़कें भी जगह-जगह से टूट गईं और आने जाने वाले रास्तों में गड्ढे हो गए.
ग्रामीणों ने नहर विभाग के अधिकारियों को सूचना दी लेकिन समय पर नहर विभाग उन्नाव खंड लालगंज के अधिकारी व कर्मचारी नहीं पहुंच पाए, लिहाजा पूरा गांव जलमग्न हो गया और आसपास के खेत भी डूब गए. कुछ खेतों में तो धान भी कटे थे लिहाजा किसानों को भी काफी नुकसान हुआ.
इस तरह काबू पाया गया
नहर खंड उन्नाव जैसे ही लालगंज कोतवाली क्षेत्र के कोरिहरा के पास कटा उसका प्रकोप सिर्फ गांव तक ही सीमित नहीं था बल्कि लालगंज कोतवाली परिसर में भी पानी घुस गया और पूरी कोतवाली जलमग्न हो गई. पुलिस के नुमाइंदों ने भी नहर विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी जिसके बाद नहर विभाग के अधिकारी जगे और जेसीबी मशीन व मैन पावर से कटे हुए नहर पर काबू पाया.
ग्रामीणों ने बताया कि दो दिन से नहर कट गई जिसका पानी पूरे गांव में घुस गया, आने जाने वाली सड़कें भी टूट गई, काफी नुकसान हुआ है. नहर विभाग के लोगों को सूचित किया गया तो काफी देर से यहां पहुंचे और मशीन लगाकर कटे हुए नहर को बांधा लेकिन नहर के पानी से काफी नुकसान हो गया.
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