Uttarakhand News: कतर की जेल से भारत लौटे पूर्व नौ सेना अधिकारी सौरभ वशिष्ठ के देहरादून पहुंचने पर भव्य स्वागत हुआ. सौरभ वशिष्ठ देहरादून के रहनेवाले हैं. बेटे की सुरक्षित वापसी पर परिजन भावुक हो उठे. शुभचिंतकों की भी आंखों में आंसू आ गए. उन्होंने बेटे को गले लगा लिया. सौरभ वशिष्ठ ने कतर की जेल से रिहाई पर प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री एस जयशकंर का धन्वयाद किया. उन्होंने दोनों का दिल से आभार व्यक्त किया. परिजनों ने कहा कि पीएम मोदी ने देश का गौरव बढ़ाया है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को भारतीयों की आशा पूरी करनेवाला बताया. विदेश मंत्री एस जयशंकर का भी शुक्रिया अदा किया.


देहरादून में परिजनों के बीच कैप्टन सौरभ वशिष्ठ


कतर से भारत लौटे कैप्टन सौरव वशिष्ठ ने बताया कि परिजन वापसी के लिए लगातार उपवास रख रहे थे. उन्होंने कहा कि भगवान राम ने मुश्किल वक्त में साथ दिया. भगवान राम की कृपा से वतन सुरक्षित वापसी संभव हो सकी. आपको बता दें कि सोमवार की सुबह आठ पूर्व नौसैनिकों में से 7 भारत लौट आए हैं. 8 पूर्व नौसैनिकों में से कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर पूर्णेदु तिवारी, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता, कमांडर अमित नागपाल और नाविक राकेश शामिल हैं.


मौत की सजा के बाद कतर की जेल में थे बंद


भारतीय नौसेना के आठों जवान कतर की अलदाहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजीज एंड कंसल्टेंसी में काम कर रहे थे. जासूसी के आरोप में 2022 में पुलिस ने भारत के पूर्व नौसिकों को गिरफ्तार किया था. 26 अक्टूबर, 2023 में पूर्व नौसिकों को कतर की अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी. भारतीय नागरिकों की रिहाई के लिए केंद्र सरकार ने कानूनी विकल्प तलाशना शुरू कर दिया था. 18 महीने की प्रतीक्षा के बाद पूर्व नौसिकों की रिहाई हुई. भारत लौटे भारतीय नौसेना के जवान सरकार का शुक्रिया अदा कर रहे हैं. 


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