जसपुर: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बड़ी लापरवाही, बदला ब्लड ग्रुप, आफत में फंसी गर्भवती महिला की जान
जसपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की लापरवाही के चलते गर्भवती महिला की जान आफत में फंस गई. विधायक ने इसे बड़ी लापरवाही बताते हुए जांच की मांग की है.
जसपुर, विकास गुप्ता: जसपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गर्भवती महिला का ब्लड ग्रुप कार्ड में गलत लिखे जाने से गर्भवती महिला को गलत ग्रुप का ब्लड चढ़ा दिया गया. लापरवाही की वजह से इससे महिला की जान पर बन आई. शिकायत के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसपुर के चिकित्साधीक्षक कार्यालय में पहुंचकर विधायक आदेश चौहान ने जमकर खरी-खोटी सुना डाली. विधायक ने इसे बड़ी लापरवाही बताते हुए जांच की मांग की है.
लिखा गया गलत ब्लड ग्रुप दरअसल, जसपुर के गढ़ी हुसैन गांव के रहने वाले अजय कुमार की पत्नी सविता गर्भवती होने के कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसपुर में 2 माहीने पहले समेकित बाल विकास सेवाएं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत मातृ एवं बाल सुरक्षा कार्ड बनवाने गई थीं. इस कार्ड में सविता का ब्लड ग्रुप ए पॉजिटिव अंकित किया गया, जबकि सविता का वास्तविक ब्लड ग्रुप बी पॉजिटिव था.
ब्लड कम होने की कही गई बात सविता अपनी ग्राम पंचायत की आशा दया रानी के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसपुर में अपना चेकअप कराने के लिए गईं तो आशा वर्कर दया रानी ने कहा कि ''तुम्हारा ब्लड कम है, सरकारी अस्पताल में डिलीवरी नहीं होगी तुम मेरे साथ चलो मैं तुम्हें जसपुर के ही एक निजी चिकित्सालय में, जिसकी डॉक्टर को मैं जानती हूं, उससे डिलीवरी करा दूंगी.''
बिगड़ गई महिला की हालत आरोप है कि इसके बाद आशा वर्कर दया रानी गर्भवती सविता को डॉक्टर के पास ले गई जहां डॉक्टर ने गर्भवती को खून की कमी की बात कहकर काशीपुर के एक चेरिटेबल ट्रस्ट से खून लाने को भेजा गया. गर्भवती महिला का पति अजय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसपुर से मिले कार्ड को लेकर बताये गए चेरिटेबल ट्रस्ट में गया और ब्लड लाकर डॉक्टर को दे दिया, जिसके बाद ब्लड गर्भवती को चढ़ा दिया गया. गलत ब्लड ग्रुप का ब्लड चढ़ाए जाने से सविता की हालत बिगड़ गई.
बी पॉजिटिव निकला ब्लड ग्रुप आरोप है कि इसके बाद फिर गर्भवती को खून की कमी बताकर दो यूनिट ब्लड लाने को कहा गया. इस दौरान जब गर्भवती महिला का ब्लड ग्रुप चेक किया गया तो वह बी पॉजिटिव निकला. गर्भवती महिला के पति का आरोप है कि इसके बाद उसकी पत्नी को वहां से तत्काल रेफर कर दिया गया. जिसके बाद से वो अपनी पत्नी को लेकर अस्पतालों के चक्कर काटने पर विवश है.
विधायक ने लगाए गंभीर आरोप बुधवार जब इस बाबत विधायक आदेश चौहान को जानकारी दी गई तो वो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसपुर जा पहुंचे. उन्होंने चिकित्साधीक्षक डॉ एचके शर्मा को जमकर खरी-खोटी सुनाई. सूचना पर एसडीएम जसपुर सुंदर लाल तोमर भी पहुंच गए. बाद में मामले की जांच के आश्वाशन पर ही विधायक आदेश चौहान वहां से गए. उन्होंने इसे बड़ी लापरवाही बताते हुए कई गंभीर आरोप भी लगाए.
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