शामली. उत्तर प्रदेश के शामली जिले में कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत तय पृथकवास के नियम का उल्लंघन करने पर दो लोगों पर कोरोना महामारी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है. दरअसल, यहां एक स्कूली छात्रा के पॉजिटिव आने के बाद ही उसके माता-पिता की जांच कराई गई थी. सीएचसी प्रभारी ने बताया कि तीनों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी. जिसके बाद उनको होम आइसोलेट करने के लिए कहा गया था, लेकिन वह तीनों माता वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए शामली से चले गए.


ये मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के श्रीपाल बिहार कॉलोनी का है. एक नाबालिग किशोरी 1 फरवरी को जांच के दौरान कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी, जिसके बाद स्वास्थ विभाग की टीम ने किशोरी के माता-पिता का सैंपल लिया था. सैंपल लेने के बाद सीएससी प्रभारी ने उनको होम आइसोलेट करने की सलाह दी गई थी, लेकिन लेकिन स्वास्थ विभाग द्वारा जब चेकिंग की गई तो पॉजिटिव किशोरी के माता-पिता दोनों लापता पाए गए जबकि उसका ताऊ प्रमोद भी दिशा-निर्देशों का पालन न करते हुए किशोरी के पास ही बैठा हुआ पाया गया.


मामले के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. कोतवाली पुलिस को लिखित में शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद पुलिस ने किशोरी के माता-पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. वहीं पुलिस ने किशोरी के माता-पिता को भी सख्त हिदायत दी है वह वापस आकर अपने आप को होम आइसोलेट कर दें.


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