Basti DM News: बस्ती में भ्रष्ट अधिकारियों पर गाज गिरनी शुरू हो गई है. जिलाधिकारी जनता के हक का पैसा डकारने वाले भ्रष्ट (Corruption in Basti) अधिकारियों पर कार्यवाही कर रही हैं. उनके निर्देश पर कुदरहा ब्लॉक के दैजी ग्राम पंचायत में तैनात चार सचिव समेत पूर्व प्रधान पर जांच के बाद मुकदमा दर्ज किया गया है. डीपीआरओ के आदेश पर लालगंज थाने में धन निकासी का अभिलेख तैयार न करने, स्थानांतरण के बाद प्रतिस्थानी को लिखित चार्ज न देने, पीएफएमएस व्यवस्था लागू होने के बावजूद चेक से भुगतान करने और ग्राम निधियों के धन का दुरुपयोग करने के आरोप में चार सचिवों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं दोषी पूर्व प्रधान के खिलाफ भी जिलाधिकारी स्तर से कारण बताओ नोटिस भेजने की कार्यवाही की गई है.


डीपीआरओ को अवगत कराया गया था कि 15 अगस्त 2019 के बाद ग्राम पंचायतों के खाते से पीएफएमएस को छोडकर अन्य माध्यमों से भुगतान पर रोक लगी है. इसके बाद भी ब्लॉक के दैजी ग्राम पंचायत में सचिवों द्वारा चेक से भुगतान किया जा रहा है. मामला सामने आने के बाद डीपीआरओ ने 7 जुलाई को आदेश जारी कर ग्राम पंचायत में तैनात सचिवों को बिल वाउचर्स व सबूतों के साथ कार्यालय आने को कहा था, लेकिन एक भी सचिव उपस्थित नहीं हुआ.


सचिवों के लिखित बयान व विभागीय जांच में ग्राम सचिव हरिओम पाल, वीरेंद्र कुमार, अवधेश कुमार राव व अखिलेश कुमार चौधरी को दोषी मानते माना गया. डीएम और मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेश कुमार प्रजापति ने जिला विकास व जिला पंचायत राज अधिकारी को अपने स्तर से कार्यवाही करने का निर्देश दिया. दोषी पूर्व ग्राम प्रधान बेचन प्रसाद के खिलाफ भी जिला अधिकारी स्तर से कारण बताओ नोटिस भेजने को कहा.


सीडीओ राजेश प्रजापति ने बताया की मनरेगा में मनमानी करने वाले दोषियों को कतई बख्शा नहीं जायेगा. जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही की गई है. एसपी ने कहा कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है, विवेचना में जो तथ्य सामने आयेंगे कार्यवाही होगी.



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