प्रयागराज: अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू होने के बाद अब बीजेपी के लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह और उमा भारती जैसे कार सेवकों के मुकदमे वापस लिए जाने की मांग जोर पकड़ने लगी है. साधु-संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भी अब कार सेवकों के मुकदमे वापस लिए जाने की मांग उठा दी है.
कहा जा रहा है कि जब सुप्रीम कोर्ट ने विवादित जगह को रामलला का स्थान मान लिया है तो कार सेवकों के खिलाफ बाबरी ढांचा गिराए जाने का मुकदमा चलाए जाने का कोई औचित्य नहीं रह गया है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने इस मामले केंद्र और यूपी सरकार से आडवाणी और जोशी समेत सभी कार सेवकों के मुकदमे वापस लिए जाने की मांग की है.
प्रयागराज के गायत्री गंगा चैरिटेबल आश्रम के महंत प्रभाकर जी महाराज ने भी कहा है कि आडवाणी-जोशी जैसे नेता काफी उम्रदराज हो चुके हैं. जब मस्जिद टूटी ही नहीं है तो फिर मुकदमा कैसा. उन्होंने इस मांग को लेकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को संतों और आम नागरिकों के समर्थन वाली चिट्ठी भेजने की बात कही है.
इससे पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट के सीनियर वकील सतेंद्र कुमार गर्ग भी इसी तरह की मांग उठा चुके हैं. अकेले प्रयागराज के ही कई दूसरे संत महात्माओं ने भी आडवाणी और जोशी समेत सभी कार सेवकों के मुकदमे वापस लिए जाने की मांग पुरजोर तरीके से उठाई है.
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