गाजियाबाद. मुरादाबाद की तीर्थांकर महावीर यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस की छात्रा नीरज भड़ाना की संदिग्ध मौत के मामले में वाइस चांसलर मनीष जैन को बड़ा झटका लगा है. गाजियाबाद की स्पेशल कोर्ट ने मनीष जैन समेत 8 आरोपियों के खिलाफ समन जारी किया है. आरोपियों के खिलाफ नीरज भड़ाना की हत्या करने और सबूत मिटाने व साजिश रचने के आरोप में समन जारी करते हुए 16 मार्च को तलब किया गया है. इसके अलावा मामले में कोर्ट ने सीबीआई की तरफ से दाखिल की गयी क्लोजर रिपोर्ट को खारिज कर दिया है.


गौरतलब है कि जुलाई 2013 में गुड़गांव की रहने वाली एमबीबीएस की छात्रा नीरज भड़ाना की तीर्थांकर महावीर यूनिवर्सिटी में संदिग्ध हालत में मौत हो गयी थी. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इसे आत्महत्या बताया था, लेकिन परिजनों का आरोप था की यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर मनीष जैन ने छात्रा का शारीरिक शोषण किया और उसके बाद उसकी हत्या कर दी. परिवार ने आरोपियों के ऊंचे रसूख और पुलिस जांच को प्रभावित करने के डर से सीबीआई जांच की मांग की थी. यूपी सरकार की सिफारिश पर मामले की सीबीआई जांच शुरू हो गई थी.


क्लोजर रिपोर्ट खारिज
सीबीआई ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट में सभी आरोपियों को क्लीन चिट देते हुए केस बंद करने की सिफारिश कर दी थी, लेकिन पीड़ित पक्ष की तरफ से उनके वकील मुकुल त्यागी ने मजबूत तरीके से पक्ष रखा. दलीलों को सुनने के बाद सीबीआई के मजिस्ट्रेट शिवांग सिंह ने क्लोजर रिपोर्ट को खारिज कर दिया और वाइस चांसलर मनीष जैन, हॉस्टल वॉर्डन, मृतक छात्रा के साथ पढ़ने वाली चार छात्राओं सहित आठ लोगों को आरोपी मानते हुए सभी के खिलाफ समन जारी कर दिया.


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