Mhant Narendra Giri Death Case: महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में हुई मौत को लेकर सीबीआई (CBI) की जांच जारी है. इस बीच मौत से कुछ महीनों पहले महंत नरेंद्र गिरि की कार का एक्सीडेंट हुआ था, अब ये भी जांच के दायरे में आएगा. अखाड़ा परिषद के दिवंगत अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की ख़ुदकुशी से 72 दिन पहले उनकी कार दुर्घटनाग्रस्त हुई थी.


8 जुलाई को हुआ था कार हादसा 


आपको बता दें कि, 8 जुलाई को महंत नरेंद्र गिरि की कार का एक्सीडेंट हुआ था और इस हादसे में वे बाल-बाल बचे थे. इस दौरान उनके साथ अखाडा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि भी थे. ये दुर्घटना लखनऊ सुल्तानपुर हाईवे पर हुआ था. बता दें कि, 8 जुलाई को लखनऊ में सीएम योगी से मुलाकात के बाद दोनों संत वापस लौट रहे थे.  


कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी


लखनऊ सुल्तानपुर हाईवे पर एक वाहन से टकराने के बाद महंत नरेंद्र गिरि की कार खंभे से लड़ गई थी. इस हादसे में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी. हालांकि, महंत नरेंद्र गिरि और अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि को मामूली चोटें आई थीं. दोनों संत काफिले की दूसरी गाड़ियों पर सवार होकर वापस प्रयागराज आए थे.  


हादसा या साजिश, सीबीआई करेगी जांच


नरेंद्र गिरि खुदकुशी मामले की जांच कर रही सीबीआई अब इस हादसे पर अपने नजरें लगाए हुए है. जांच एजेंसी इसकी जांच करेंगी कि, 8 जुलाई का कार एक्सीडेंट महज सामान्य हादसा था या फिर इसके पीछे भी कोई साजिश थी. इसके अलावा सीबीआई महंत नरेंद्र गिरि के ड्राइवर दुर्गेश ओझा से भी इस बारे में पूछताछ कर सकती है. हादसे के फौरन बाद इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर करने वाले शिष्य सुमित का भी जांच एजेंसी बयान ले सकती है. 



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