ग्रेटर नोएडा, एबीपी गंगा। यमुना प्राधिकरण के पूर्व सीईओ पीसी गुप्ता सहित 21 अन्य लोगों के खिलाफ सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की है। मथुरा में बड़े पैमाने पर जमीन खरीदकर अथॉरिटी को करीब 126 करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है। यूपी सरकार की सिफारिश पर सीबीआई ने जांच शुरू की थी। पीसी गुप्ता को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।



उत्तर प्रदेश सरकार ने इस जुलाई 2018 में इस मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। आरोप है कि यमुना एक्सप्रेस इंडस्ट्रियल डिवेलपमेंट अथॉरिटी के सीईओ पीसी गुप्ता ने अधिकारियों और कर्मचारियों का गठजोड़ बनाकर मथुरा के 7 गांवों में 19 कंपनियों की मदद से 85.49 करोड़ रुपये में जमीन की खरीद की थी। इसके बाद इस जमीन को अथॉरिटी को ऊंचे दामों पर बेचा गया, जिसके चलते 126 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।


जमीन खरीद घोटाले के आरोपी के तौर पर पुलिस ने पिछले दिनों ही बुलंदशहर से अजीत नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला है कि अजीत अथॉरिटी के तत्कालीन ओएसडी का रिलेटिव है। इस मामले में अथॉरिटी के सीईओ रहे पीसी गुप्ता जेल में हैं। 15 दिसंबर को तत्कालीन एसीईओ सतीश कुमार को पुलिस ने अरेस्ट किया था। इस केस में कार्रवाई में ढील को लेकर शासन ने सख्त रुख अपनाया था।