प्रयागराज: गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद माफिया डॉन के तौर पर बदनाम पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. सीबीआई ने आज प्रयागराज में अतीक के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापमारी की. छापे की यह कार्रवाई अतीक के बड़े बेटे और दो लाख रुपये के इनामी उमर की तलाश में की गई थी. हालांकि अतीक के पुश्तैनी मकान और ससुराल के साथ ही कई जगहों पर छापेमारी करने के बावजूद सीबीआई न तो उमर को पकड़ सकी और न ही उसके बारे में कोई ठोस सुराग पा सकी. बहरहाल सीबीआई को मायूस होकर वापस लौटना पड़ा.
कारोबारी का किया था अपहरण
दरअसल पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद साल 2018 में जब यूपी की देवरिया जेल में बंद था तो उसने जेल से ही लखनऊ के कारोबारी मोहित जायसवाल को अगवा कराया था. इस मामले में अतीक और उसके गुर्गों के साथ ही बड़े बेटे मोहम्मद उमर को भी नामजद किया गया था. बाद में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई. दो साल से ज़्यादा का वक़्त बीतने के बाद भी न तो पुलिस उमर को गिरफ्तार कर सकी थी और न ही सीबीआई. सीबीआई ने पिछले साल उमर पर दो लाख रूपये का इनाम घोषित कर दिया था और उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयागराज आकर कई जगह पोस्टर भी चिपकाए थे.
रिश्तेदार के यहां छिपे होने की मिली थी जानकारी
इस बीच सीबीआई को यह जानकारी मिली कि उमर प्रयागराज में ही अपने किसी रिश्तेदार के यहां छिपा हुआ है. इस सूचना पर सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम कल ही प्रयागराज आ गई थी. टीम ने पुलिस के कुछ बड़े अफसरों से मुलाक़ात कर उन्हें अपने कदम की जानकारी दी थी, लेकिन लोकल पुलिस को इसमें शामिल नहीं किया. सीबीआई की टीम ने रात को कुछ जगहों पर छापेमारी तो साथ ही आज भी अतीक के कुछ करीबी रिश्तेदारों व दूसरे लोगों के यहां दबिश दी. सीबीआई ने परिवार के लोगों से भी उमर को लेकर पूछताछ की. सूत्रों के मुताबिक़ सीबीआई की यह स्पेशल टीम प्रयागराज में अपने विभाग के कैम्प कार्यालय भी गई थी और दोपहर बाद यहां से वापस भी चली गई.
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