हमीरपुर, एबीपी गंगा। यूपी के हमीरपुर जिले में 9 सौ करोड़ से अधिक के अवैध खनन की जांच कर रही सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम का हमीरपुर मे आज तीसरा दिन है। बुधवार को सपा एमएलसी रमेश मिश्रा के मुनीम जयकरन सिंह को तलब करके लगभग 5 घंटे पूछताछ की गई। वही, देर शाम सीबीआई टीम ने खनिज विभाग में छापा मारा और जरुरी दस्तावेजों को साथ ले गई। सीबीआई ने खनिज विभाग से निकलते ही एडीएम और डीएम से मुलाकात कर वर्ष 2012 में हुए मौरंग के पट्टों के दस्तावेज मांगे हैं।


जैसे-जैसे सीबीआई की जांच तेज होती जा रही है वैसे-वैसे कई आईएएस अफसर इसमें फंसते जा रहे हैं। सीबीआई ने छापा मारकर पहले तो जरुरी दस्तावेज अपने साथ लिए फिर वर्ष 2012 में हुए खनन पट्टों की फाइल खनिज विभाग से कैम्प कार्यालय में भेजने को कहा है। वंहा से निकलकर सीबीआई एडीएम ऑफिस पहुंची जहां करीब 15 मिनट एडीएम विनय प्रकाश श्रीवास्तव से पूछताछ की। हमीरपुर के वर्तमान डीएम ज्ञानेश्वर त्रिपाठी से उनके कार्यालय में सीबीआई ने पहुंचकर उनसे वर्ष 2012 हमीरपुर डीएम पद पर तैनात रहे जी श्रीनिवास लू के बारे जानकारी ली और उनके आवास के बारे में पूछताछ की।



सीबीआई ने कई मौरंग माफियाओं और कारोबारियों को दिल्ली से नोटिस भेजा था लेकिन उनमें से करीब एक दर्जन नोटिस बैरंग लौट आये। जिस पते पर ये नोटिस भेजे गये वहां नोटिस के नाम के लोग मौजूद नहीं मिले जिस कारण नोटिस रिसीव नहीं हो सके। वहीं अब नोटिस भेजने की जिम्मेदारी पुलिस को दी है। वहीं, दूसरी ओर अवैध खनन से जुड़े लोगों ने जो नंबर सीबीआई को दिए थे उनमें कई नंबर बंद हो गये हैं जिससे सीबीआई को जानकारी जुटाने और उन्हें बुलाने में समस्या हो रही है। फिलहाल सीबीआई की कार्रवाई से मौरंग माफियाओं में हडकंप मचा हुआ है।



सपा शासन काल में हुए 9 सौ करोड़ के खनन घोटाले की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने 2 दिन पहले फिर हमीरपुर में डेरा डाल है। इससे पहले जून 2019 में सीबीआई की टीम ने सपा एमएलसी रमेश मिश्रा सहित 11 खनन माफियाओं के ठिकानो में छापा मारा था। सीबीआई ने पूर्व आईएएस बी चंद्रकला समेत 11 लोगों को मुख्य आरोपी बनाया है और 63 को इसमें वादी बनाया था। इस बार फिर सीबीआई ने 78 खनन कार्य से जुड़े लोगों को नोटिस दिया है और उन्हें अपने समक्ष पेश होने के आदेश दिए हैं।