CBSE ने 12वीं कक्षा के लिए जारी की प्रैक्टिकल एग्जाम की संभावित तारीख, 1 जनवरी से 8 फरवरी के बीच होगी परीक्षा
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने कहा है कि 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 1 जनवरी 2021 से लेकर 8 फरवरी 2021 के बीच आयोजित होंगी. हालांकि, तारीखों पर अंतिम निर्णय होना अभी बाकी है.
नई दिल्ली: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE)ने 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स के लिए प्रैक्टिकल एग्जाम की डेटशीट जारी कर दी है. जारी डेटशीट के मुताबिक CBSE12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 1 जनवरी से 8 फरवरी के बीच आयोजित होंगी. हालांकि, CBSE ने ये भी कहा हे कि ये तारीखें संभावित हैं. सटीक तारीखें बाद में जारी की जाएंगी. इसके अलावा बोर्ड ने परीक्षाएं आयोजित करने के लिए एसओपी भी जारी की है. बोर्ड ने कहा है कि एग्जाम के लिए स्कूलों को अलग-अलग तारीखें भेजी जाएंगी.
नियुक्त किया जाएगा ऑब्जर्वर प्रैक्टिकल एग्जाम और प्रोजेक्ट इवैल्यूएशन की निगरानी के लिए बोर्ड की ओर से एक ऑब्जर्वर भी नियुक्त किया जाएगा. प्रैक्टिकल एग्जाम में बीते सालों की तरह इंटरनल और एक्सटर्नल दोनों तरह के स्टूडेंट्स शामिल होंगे. सीबीएसई बोर्ड की तरफ से नियुक्त एक्सटर्नल एग्जामिनर की जिम्मेदारी सिर्फ प्रैक्टिकल एग्जाम आयोजित करने की होगी.
लिंक पर अपलोड करने होंगे मार्क्स असेसमेंट खत्म होने के बाद स्कूलों को बोर्ड की तरफ से उपलब्ध कराए गए लिंक पर मार्क्स अपलोड करने होंगे. प्रैक्टिकल एग्जाम और प्रोजेक्ट मूल्यांकन का काम संबंधित स्कूलों में ही चलेगा. बोर्ड ने जानकारी दी कि सभी स्कूलों को एक एप लिंक उपलब्ध करवाया जाएगा, जिस पर उन्हें प्रैक्टिकल परीक्षा में शामिल होने वाले हर बैच के सभी स्टूडेंट्स, एक्सटर्नल एग्जामिनर, इंटरनल एग्जामिनर और ऑब्जर्वर के साथ में ग्रुप फोटो अपलोड करनी होगी.
जल्द जारी होगी 10वीं- 12वीं परीक्षा की डेटशीट बोर्ड सचिव अनुराग त्रिपाठी बयान जारी करते हुए बताया कि 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाएं 2021 जरूर होंगी और इनके लिए शेड्यूल जल्द ही घोषित किया जाएगा. दरअसल, विभिन्न संगठनों, स्टूडेंट्स और पेरेंट्स की तरफ से कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर बोर्ड परीक्षाओं को रद या स्थगित करने के कयासों के बीच बोर्ड सचिव ने इस तरह का बयान देकर अपना पक्ष साफ कर दिया है.
CBSE एग्जाम पैटर्न में बदलाव सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने कोरोना काल में 30 फीसदी सिलेबस घटाने के साथ ही बोर्ड परीक्षा के पेपर के पैटर्न में बदलाव किया है. अगले साल होने वाली 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा में कई पेपर्स में चार की बजाय दो खंड ही होंगे और ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. हालांकि, परीक्षा के मार्किंग स्कीम में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
बेहतर परफॉर्मेंस का मिलेगा मौका विशेषज्ञों के मुताबिक लॉकडाउन में स्टूडेंट्स की ठीक से तैयारी नहीं होने की वजह से नए पैटर्न में परीक्षार्थियों पर दबाव कम होगा और बेहतर परफॉर्मेंस का मौका भी मिलेगा. एग्जाम पैटर्न के ब्लू प्रिंट में बदलाव की पूरी जानकारी और सैंपल पेपर सीबीएसई की वेबसाइट पर जारी कर दिए गए हैं.
पेपर के पैटर्न में हुए बड़े बदलाव
हिंदी : 10वीं में अब चार खंड की बजाय दो खंड में 40-40 अंक के प्रश्न होंगे. पहले खंड में ऑब्जेक्टिव और दूसरे में शॉर्ट एंड लॉन्ग आंसर टाइप के सवाल पूछे जाएंगे. इंग्लिश : 12वीं बोर्ड में दो भागों में मल्टीपल चॉइस और शॉर्ट एंड लॉन्ग आंसर टाइप सवाल पूछे जाएंगे. बायोलॉजी : 12वीं बायोलॉजी में पांच की जगह चार भाग होंगे. सवालों की संख्या 27 से बढ़ाकर 33 कर दी गई है. मनोविज्ञान : 12वीं मनोविज्ञान विषय में प्रश्नों की संख्या 17 से बढ़ाकर 21 तक की गई है. आर्ट्स : 12वीं में मल्टीपल चॉइस प्रश्नों का संख्या 18 की जगह 15 कर दी गई. फिजिक्स : विषय में तार्किक क्षमता से जुड़े प्रश्न शामिल किए हैं. पहले भाग में 1-1 अंक के चार तार्किक क्षमता वाले प्रश्न पूछे जाएंगे. केमेस्ट्री: 12वीं में कुल 33 प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें पहले 2 प्रश्न 1-1 अंक के बहु विकल्पीय या तार्किक क्षमता वाले होंगे.
विकल्प बढ़ने से स्टूडेंट्स पर कम होगा दबाव CBSE कॉर्डिनेटर विलियम डिसूजा के मुताबिक स्टूडेंट्स पर दबाव कम करने के मकसद बोर्ड परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया गया है. हर साल आने वाले विषय वार केस स्टडी के सवाल कम किए है, वहीं मल्टीपल चॉइस की संख्या बढ़ा दी गई है. सिलेबस कटौती के बाद एग्जाम पैटर्न में चॉइस ज्यादा मिलने से स्टूडेंट्स को बेहतर परफॉर्मेंस का अवसर मिलेगा.
ये भी पढ़ें: