Uttar Pradesh Kushinagar Corruption: जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली योगी सरकार में नौकरी (Job) के नाम पर CDPO द्वारा पैसा लेने का विडियो वायरल हुआ है. नौकरी के नाम पर 25 हजार रुपए CDPO को देकर युवक ने खुद वीडियो बना लिया. जब काम नहीं हुआ तो वीडियो बनाने वाले लड़के ने एबीपी न्यूज पर भरोसा करते हुए रिपोर्टर को ये वीडियो उपलब्ध कराया. जब एबीपी न्यूज के रिपोर्टर अखिलेश तिवारी ने पैसा लेने वाले CDPO से संपर्क किया तो पहले तो वो आनाकानी करने लगे लेकिन बाद में स्वीकार करते हुए युवक को पैसा वापस करने की बात करने लगा. वीडियो में पैसा दो तो काम हो जाएगा कहते दिख रहे CDPO का नाम कयूम खान (Qayum Khan) है.
चर्चित अधिकारी है कयूम खान
विडियो में CDPO कह रहा है कि, ''आपको सिर्फ इंटरव्यू में बैठना है, बाकी मैं देख लूंगा. आपको 15 दिन में लेटर मिल जाएगा.'' पैसा लेने वाला CDPO कयूम खान बहुत ही चर्चित अधिकारी है. ये पिछले लगभग 15 वर्षों से जिले में तैनात है. इस मामले में बाल विकास पुष्टाहार विभाग के जिला परियोजना अधिकारी एसके राय का कहना है कि CDPO ने स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा लिया है. इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
युवक ने खुद बनाया वीडियो
कुशीनगर जिले के सुकरौली ब्लॉक में बाल विकास परियोजना अधिकारी (CDPO) कयूम खान ने स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर अतुल मिश्रा नाम के युवक से 25 हजार रुपए की मांग की थी. साथ ही आश्वासन दिया था कि 15 दिन के अंदर नौकरी लग जाएगी. अतुल मिश्रा गरीब परिवार का युवक है, उसने अपने पिता से पैसा मांगा तो नौकरी की बात सुनकर उसके पिता ने खेत बंधक रखकर 25 हजार रुपए दे दिए. अतुल जब पैसा लेकर CDPO को देने गया तो उसने पैसा देते हुए वीडियो बना लिया. 6 महीने बीत जाने के बाद भी जब युवक की नौकरी नहीं लगी तो वो CDPO कयूम खान से पैसा मांगने लगा. कयूम खान ना तो अतुल का पैसा वापस कर रहा था और ना ही इसका फोन उठा रहा था. जब अतुल को लगा कि उसका पैसा फंस गया है तो उसने सिर्फ एबीपी न्यूज पर भरोसा जताते हुए वीडियो उपलब्ध कराया. वीडियो की सत्यता की जांच करने के लिए CDPO से संपर्क किया तो पहले तो उसने आनाकानी करने की कोशिश की लेकिन बाद में खुद सबकुछ स्वीकार कर लिया. उसने बताया कि देवरिया मेडिकल कॉलेज में नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा लिया है. नौकरी नहीं मिली तो जल्द ही उसका पैसा वापस कर दूंगा.
मिल जाएगा न्याय
पीड़ित युवक अतुल मिश्रा ने कहा कि, ''मैं गरीब परिवार से हूं, पिताजी ने नौकरी के नाम पर खेत बंधक रखकर 25 हजार रुपए दिए कि मुझे नौकरी मिल जाएगी तो परिवार की गरीबी दूर हो जाएगी. मुझे बातचीत से लगा कि अगर यह CDPO बाद में बदल गया तो मैं कैसे साबित कर पाऊंगा कि मैंने पैसा दिया है, इसलिए मैं पैसा देते समय उसका वीडियो बना लिया. मुझे और बाकी लोगों पर भरोसा नहीं था इसलिए आपको दिया हूं. मुझे ये पता है कि सिर्फ एबीपी न्यूज ही है जो हकीकत दिखा सकता है. अब मुझे न्याय मिल जाएगा.''
विभाग से जुड़ा मामला नहीं
पूरे प्रकरण में जिला परियोजना अधिकारी एसके राय का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा लेते वीडियो मिला है. अब चूंकि विभाग से जुड़ा मामला नहीं है लेकिन CDPO विभाग के हैं इसलिए इस पूरे प्रकरण को उच्चाधिकारियों के संज्ञान में लेकर विभागीय कार्रवाई के लिए अधिकारी को पत्र भेजा जाएगा. ये किसी भी दशा में क्षम्य कृत्य नहीं है.
ये भी पढ़ें: