मेरठ: कोरोना की मार से कुम्हार आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे लेकिन राम मंदिर निर्माण ने उनके बंद पड़े कारोबार में नई जान फूंक दी और उन्हें 5 अगस्त के लिए लाखों दीये के आर्डर मिले हैं. जिसे पूरा करने के लिए पूरा परिवार लगा हुआ है. और आलम ये है कि दिन ब दिन दीये की मांग बढ़ रही है. यही वजह है लाखों दीये तैयार करने के बाद भी और दीये बनाने का काम चल रहा है.


चाक का पहिया कोरोना काल में थम गया था और कुम्हार भुखमरी की कगार पर आ गए थे लेकिन राम मंदिर निर्माण ने इनके कारोबार को ही संजीवनी नहीं दी बल्कि इनके खत्म होते कारोबार को फिर से जिंदा कर दिया है. यही वजह है कि ये दीप भले ही पांच अगस्त को जले लेकिन इन दीपकारों के दिलों में आज से ही खुशी के दीप जल गए हैं.



लाखों दियों के मिले आर्डर


कुम्हारों के चेहरे खिले उठे हैं, मेरठ में दीपों की कितनी डिमांड है, इस पर जब एबीपी गंगा ने दो कुम्हारों से बात की तो उनका कहना है कि उन्हें 5 अगस्त के लिए 4-4 लाख दिए के आर्डर मिले हैं, जिसके लिए दीये बनाने का काम दिन रात चल रहा है.


गौरतलब है कि बारिश का मौसम है इस वक्त रुक-रुक कर हो रही बारिश ने इन दीपकारों की मुसीबत बढ़ा दी है, यही वजह है कि दीपकार घर के कमरों में ही दीप बना कर रख रहे हैं ताकि आर्डर समय से पूरा किया जा सके.


विश्व हिंदू परिषद 1.08 लाख दीये बांटेगा


दरअसल पांच अगस्त को मेरठ के कई तीर्थ स्थलों पर दीप जलाने की तैयारी की गई है. जिसे लेकर दीपकारों को आर्डर भी दे दिए गए हैं, वहीं, विश्व हिन्दू परिषद 1.08 लाख दीये लोगों को बांट रहा है ताकि 5 अगस्त को लोग घरों और अपने मंदिरों में दीप जलाएं, साथ ही लाखों दीये विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस भी जलाने की तैयारी में लगा है. ऐसे में कहा जा सकता है कि मेरठ में दीपावली से पहले दीपावली के जश्न की तैयारी की जा रही क्योंकी 5 अगस्त को पूरा शहर रोशनी से जगमगायेगा.


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