मथुरा: वृंदावन में बांकेबिहारी लाल के प्राकट्योत्सव की धूम, मंदिर व निधिवन में की गई भव्य सजावट
वृंदावन में ठाकुर बांकेबिहारी लाल के प्राकट्योत्सव को मौके पर तरह तरह के अनुष्ठान किये जा रहे हैं. इस अवसर पर उन्हें केसरभात, दूधभात का भोग लगाया गया.
मथुरा: वृंदावन में जन जन के आराध्य ठाकुर श्री बांकेबिहारी लाल के प्राकट्योत्सव की धूम है. तीर्थनगरी में शनिवार सुबह से ही प्राकट्योत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. इस अवसर पर विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान किए जा रहे हैं. ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर और निधिवन में भव्य सजावट की गई है. ठाकुर जी के दर्शन के लिए भीड़ उमड़ रही है.
ठाकुर जी का महाभिषेक किया गया
ठाकुर बांकेबिहारी लाल के प्राकट्योत्सव पर संगीत शिरोमणि स्वामी हरिदास की साधना स्थली निधिवन में प्रात: काल से ही धार्मिक अनुष्ठानों का क्रम शुरू हो गया. सेवायत गोस्वामीजनों ने दूध, दही, मधु, घी, गंगा-यमुना जल से ठाकुरजी का महाभिषेक कर सुगंधित इत्र द्रव्यों से सेवा की. ठाकुर जी को विविध प्रकार के भोग प्रसाद अर्पित कर महाआरती उतारी गई.
सेवायत गोस्वामीजनों द्वारा बधाई गायन करते हुए चांदी से बने रथ पर स्वामी हरिदास के चित्रपट को विराजित कर शोभा यात्रा के रूप में नगर भ्रमण करते हुए श्री बांकेबिहारी मंदिर ले जाया गया. मान्यता है कि अपने आराध्य के जन्मोत्सव पर स्वयं स्वामी हरिदास उन्हें बधाई देने मंदिर पधारते हैं.
केसरभात,दूधभात का भोग
बांकेबिहारी मंदिर परिसर में सेवायत गोस्वामी समाज द्वारा बधाई पद गायन करते हुए स्वामी हरिदास के चित्रपट को गर्भगृह में ठाकुरजी की प्रतिमा के सन्मुख विराजित कराया जाता है. जहां ठाकुरजी को केसर भात, दूधभात आदि अनेक प्रकार के व्यंजन निवेदित किए जाते हैं.
ठाकुर बांकेबिहारी लाल का प्राकट्योत्सव पर निधिवन एवं ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर में भव्य सजावट की गई है. विविध प्रकार के देशी-विदेशी पुष्पों के साथ हरी पताकाओं से सजावट की गई है. ठाकुर जी के दर्शन के लिए सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ रही है.
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