(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Human rights violation: केंद्र सरकार ने संसद में बताया, देश में मानवाधिकार उल्लंघन के मामले में यूपी पहले नंबर पर
एनएचआरसी के आंकडों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 2018-19 में 41,947 मामले, 2019-20 में 32,693 मामले, 2020-21 में 30,164 और 2021-22 में 31 अक्टूबर तक 24,242 मामले दर्ज किए गए थे.
Human rights violation case: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 3 सालों में मानवाधिकार उल्लंघन के सबसे अधिक मामले उत्तर प्रदेश से सामने आए हैं. दरअसल गृह मंत्रालय ने बुधवार को राज्यसभा में बताया कि एनएचआरसी ने 2018 से इस साल के 31 अक्टूबर तक मानवाधिकार उल्लंघन के सबसे ज्यादा मामले यूपी के दर्ज किए हैं जो लगभग 40% प्रतिशत है.
देश में 2021-22 में 31 अक्टूबर तक मानवाधिकार उल्लंघन के दर्ज हुए 64,170 मामले
डीएमके सांसद एम. शनमुगम ने संसद में सवाल किया था कि क्या देश में मानवाधिकार उल्लंघन के मामले बढ़ रहे हैं. इसके जवाब में गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि एनएचआरसी के आंकड़ों के मुताबिक मानवाधिकार उल्लंघन के मामले 2018-19 में 89,584 था, जो 2019-20 में घटकर 76,628 और 2020-21 में 74,968 हो गया. वहीं 2021-22 में 31 अक्टूबर तक 64,170 मामले दर्ज हुए थे.
यूपी में 2021-22 में 4,972 मामले हुए दर्ज
एनएचआरसी के आंकडों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 2018-19 में 41,947 मामले, 2019-20 में 32,693 मामले, 2020-21 में 30,164 और 2021-22 में 31 अक्टूबर तक 24,242 मामले दर्ज किए गए थे. वहीं दिल्ली में 2018-2019 में 6,562, 2019-2020 में 5,842, 2020-2021 में 6,067 और इस साल 31 अक्टूबर तक 4,972 मामले दर्ज हुए.
ये भी पढ़ें-