प्रयागराज, एबीपी गंगा। कुछ सालों पहले तक लाइलाज समझी जाने वाली सेरेब्रल पालसी नामक बीमारी का सफलतापूर्वक इलाज खोजने वाली संस्था त्रिशला फाउंडेशन ने विश्व विकलांग दिवस से पहले संगम नगरी प्रयागराज में एक अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में जहां देश भर से आए विशेषज्ञ डॉक्टर्स ने खतरनाक होती जा रही इस बीमारी को खत्म करने की संभावनाओं पर चर्चा की, वहीं यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सूबे में इस बीमारी से ग्रसित बच्चों के इलाज के लिए सरकारी मदद मुहैया कराने व सरकार की तरफ से विशेष योजना बनाकर लोगों को जागरूक किये जाने का अभियान चलाए जाने का एलान किया।



इस मौके पर सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित नन्हे मुन्ने दिव्यांग बच्चों ने रैम्प पर कैटवॉक किया और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश कर यह संदेश दिया कि वह शरीर से अभी भले ही सामान्य बच्चों की ज़िंदगी न जी पा रहे हों, लेकिन प्रतिभा में वह किसी से कतई कमतर नहीं हैं। इस मौके पर त्रिशला फाउंडेशन संस्था का स्थापना दिवस भी मनाया गया। फाउंडेशन के संस्थापक और आर्थोपेडिक सर्जन डा० जितेंद्र जैन ने ही सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित बच्चों का इलाज कर उन्हें सामान्य जिंदगी जीने की मुहिम की शुरुआत की थी। वह अब तक देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर के सैकड़ों बच्चों को उनके पैरों पर खड़ा कर चुके हैं।


प्रयागराज के संगीत समिति आडिटोरियम में हुए समारोह का उदघाटन यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने किया। इस मौके पर सांसद केशरी देवी पटेल, लखनऊ की शकुंतला देवी युनिवर्सिटी के वीसी डा० आरकेपी सिंह और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के महासचिव डा० अशोक अग्रवाल समेत तमाम दूसरे मेहमान भी खास तौर पर मौजूद थे। सेरेब्रल पाल्सी का इलाज करने वाले डा० जितेंद्र कुमार जैन ने इस मौके पर बताया कि अकेले यूपी में ढाई से तीन लाख बच्चे इस बीमारी से ग्रसित हैं, लेकिन उन्होंने यह भरोसा भी दिलाया कि यह बीमारी अब लाइलाज नहीं है और मजबूत इच्छा शक्ति व थेरेपी के ज़रिये इस बीमारी से निजात पाया जा सकता है। डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने प्रयागराज में बन रहे देश के पहले सीपी विलेज को भी सरकार की तरफ से हर संभव मदद मुहैया कराए जाने का एलान किया।